महानवमी आज, मां सिद्धिदात्री को बेहद पसंद हैं इस रंग के वस्त्र, आप भी जरूर पहनें

पटना: नवरात्रि का आज नौवां दिन है। ऐसे में आज शुक्रवार, 11 अक्टूबर को देशभर में मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी। नवरात्रि का नौवां दिन माता सिद्धिदात्री को समर्पित है. इस दिन को हम राम नवमी और महानवमी भी कहते है. इस दिन भक्त मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना करने के साथ साथ छोटी […]

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महानवमी आज, मां सिद्धिदात्री को बेहद पसंद हैं इस रंग के वस्त्र, आप भी जरूर पहनें

Shivangi Shandilya

  • October 11, 2024 2:52 am IST, Updated 3 months ago

पटना: नवरात्रि का आज नौवां दिन है। ऐसे में आज शुक्रवार, 11 अक्टूबर को देशभर में मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी। नवरात्रि का नौवां दिन माता सिद्धिदात्री को समर्पित है. इस दिन को हम राम नवमी और महानवमी भी कहते है. इस दिन भक्त मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना करने के साथ साथ छोटी छोटी कन्याओं का पूजन व भोजन भी कराते हैं.

आदि शक्ति के नाम से भी जाना जाता हैं माता को

माना जाता है कि ऐसा करने से भक्तों पर मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है। इस दिन लोग कन्या पूजन के साथ-साथ विशेष रूप से देवी सिद्धिदात्री की पूजा भी करते हैं। माता को आदि शक्ति भगवती के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि देवी सिद्धिदात्री की विधिपूर्वक पूजा करने से भक्तों को सिद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन

इस बार अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन होने से कन्या पूजन एक ही दिन अलग-अलग शुभ मुहूर्त में किया जाएगा।

पूजा का शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार नवमी तिथि 11 अक्टूबर शुक्रवार को दोपहर 12:06 बजे शुरू होगी. नवमी तिथि 12 अक्टूबर शनिवार को रात्रि 10:58 बजे समाप्त होगी. उदय तिथि के अनुसार नवमी तिथि 11 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाई जाएगी।

कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन का शुभ समय सुबह 7.44 बजे से 10.37 बजे तक रहेगा। नवमी तिथि पर कन्या पूजन का शुभ समय दोपहर 2 बजे से शुरू होकर 2.45 बजे तक रहेगा। इसके अलावा शुभ समय सुबह 11.45 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में भी कन्या पूजन किया जा सकता है।

ये है पूजा विधि

नवमी को मां सिद्धिदात्री की पूजा करने के लिए सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें, उसके बाद सबसे पहले कलश की पूजा करें और सभी देवी-देवताओं का ध्यान करें। मां को मोली, रोली, कुमकुम, फूल और चुनरी चढ़ाकर भक्तिपूर्वक पूजा करें। इसके बाद मां को पूड़ी, खीर, चना, हलवा और नारियल का भोग लगाएं. इसके बाद मां के मंत्रों का जाप करें और कन्याओं के साथ एक छोटे बालक को भी भोजन कराएं।

माता को भोग में पसंद हैं हलवा, पूड़ी, चना

मां सिद्धिदात्री को मौसमी फल, चना, पूड़ी, हलवा, खीर और नारियल बहुत पसंद है. मान्यता है कि नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री को ये चीजें अर्पित करने से माता रानी बहुत प्रसन्न होती हैं।

मां को बैंगनी और सफेद रंग हैं अत्यंत प्रिय

मां सिद्धिदात्री को बैंगनी और सफेद रंग पसंद है। इस दिन मां सिद्धिदात्री को सफेद या बैंगनी रंग के वस्त्र अर्पित करना बहुत अच्छा होता है। इसके अलावा महानवमी के दिन बैंगनी या सफेद रंग के कपड़े पहनना बहुत शुभ होता है। यह रंग आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता है।

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