पटना। रांची में जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। रांची, धनबाद और पटना के आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। झारखंड के चर्चा में रहे कांके (रांची) जमीन घोटाले के मामले में ईडी ने सुजीत कुमार के घर की […]
पटना। रांची में जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। रांची, धनबाद और पटना के आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। झारखंड के चर्चा में रहे कांके (रांची) जमीन घोटाले के मामले में ईडी ने सुजीत कुमार के घर की तलाशी ली।
ईडी ने पटना बाईपास के पास स्थित जगनपुरा रोड के आदर्श विहार वाले घर की जांच-पड़ताल की। इस दौरान कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए है। घोटाले की जांच में जुटे ईडी अधिकारियों को मैनेज करने से संबंधित मामले में ईडी ने ईसीआईआर (इंफोर्समेंटमें केस इनफोरमेशन रिपोर्ट) दर्ज कर तलाशी शुरु की। रांची के सुखदेवनगर थाने में जमीन कारोबारी संजीव पांडेय व अधिवक्ता सुजीत कुमार की तरफ से दर्ज मामलों के आधार पर ECIR दर्ज की है।
ईडी के नाम पर पैसे वसूली के आरोपी अधिवक्ता सुजीत कुमार के पटना में आदर्श कॉलोनी, जगनपुरा स्थित आवास के अतिरिक्त रांची और धनवाद के आवासों पर भी छापेमारी की है। वहीं अधिवक्ता सुजीत कुमार बार काउंसिल से पंजीकृत नहीं हैं। वह मूलत: पटना से है। ईडी अफसरों के नाम पर उपयोग कर वकील ने जयकुमार राम, दिवाकर दूबे, और प्रभात भूषण से ठगी की थी। जानकारी के मुताबिक सुजीत कुमार पटना में स्थित अपने घर में नहीं रहते थे।
वह अपने रांची वाले घर में निवास करते थे। उन पर रांची के जमीन कारोबारी संजीव पांडेय ने आरोप लगाया है कि इस मामले में ईडी को मैनेज करने के नाम पर उन्होंने छह करोड़ रुपये की वसूली की। संजीव पांडेय ने दो सीओ और एक पूर्व सीओ के खिलाफ पंडरा ओपी में किडनैपिंग के खिलाफ केस दर्ज कराया। रांची और धनबाद में ईडी ने जमीन व निवेश संबंधी दस्तावेजों को जब्त किया है।