पटना: बिहार के सहरसा में कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि एक लड़की की साइकिल सड़क किनारे मिली है, लेकिन वहां पर कोई लड़की नहीं मिली. इस मामले के बाद लड़की के घरवालों ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया. उनका कहना था कि लड़की कोचिंग करने साइकिल से निकली थी, लेकिन घर नहीं पहुंची. इस घटना के बाद से लड़की लापता थी.
पुलिस ने किया खुलासा
अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस लड़की की खोज में निकली, लेकिन जब मामले का खुलासा हुआ तो सबके होश उड़ गए. पुलिस ने बताया कि लापता लड़की को बरामद कर लिया गया है. बतौर पुलिस 14 मार्च को बीए की छात्रा कोचिंग के बहाने घर से बाहर निकली. लेकिन कोचिंग ना जाकर वह कहीं और चली गई.
पुलिस ने की छापेमारी
बता दें कि लापता लड़की के परिजनों ने 14 मार्च को शहर के सदर थाने में उसके लापता होने की खबर लिखवाई. मामले में जब पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पाया कि लड़की की साइकिल रहुआ मनी नहर के पास गिरी पड़ी थी. इस मामले में लड़की के परिजनों ने जमकर हंगामा किया और घंटों तक सड़क जाम रखा. इस मामले में पुलिस ने जब छापेमारी की तो उसके हाथ कुछ और लगा.
अपहरण की झूठी खबर
अपनी छापेमारी में पुलिस ने लापता छात्रा को समस्तीपुर के सिंधिया थाना क्षेत्र से बरामद किया. लापता छात्रा की बरामदगी के बाद जिले की एसपी लिपि सिंह ने खुलासा करते हुए कहा कि कुछ लोगों द्वारा लड़की के अपहरण की झूठी खबर फैलाई गई थी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी प्रकार का अपहरण नहीं किया गया था. लड़की स्वेच्छा से अपने प्रेमी के साथ दरभंगा जाने वाली बस में बैठकर घर से भागी थी.
आरोपियों पर कार्रवाई
इसके साथ ही पुलिस ने एक और खुलासा किया बतौर पुलिस घर से भागने के बाद लड़की ने अपने प्रेमी संग मन्दिर में शादी. मन्दिर में शादी करने के बाद लड़की ने अपने प्रेमी के साथ दरभंगा कोर्ट में कोर्ट मैरेज भी किया. एसपी ने बताया कि झूठे अपहरण के मामले में सड़क जाम किया गया और यातायात बाधित किया गया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में अबतक कुल 38 नामजद और 100 से ज्यादा अज्ञात लोगों मामला दर्ज किया गया है. ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.