लखनऊ: भारत सरकार ने इस बात पर सहमति जता दी है कि देश में मंकीपॉक्स का एक नया केस मिला है। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि यह आइसोलेटेड मामला था और वायरस के उस स्ट्रेन से कोई तालुक नहीं था जिसे WHO ने ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऐलान किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य […]
लखनऊ: भारत सरकार ने इस बात पर सहमति जता दी है कि देश में मंकीपॉक्स का एक नया केस मिला है। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि यह आइसोलेटेड मामला था और वायरस के उस स्ट्रेन से कोई तालुक नहीं था जिसे WHO ने ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऐलान किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह यात्रा से जुड़ा वायरस का मामला था। बता दें कि यह युवक एक ऐसे देश से इंडिया आया था जहां मंकीपॉक्स का मामला इस समय बहुत तेजी से फैल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमित होने के संदेह पर उन्हें आइसोलेट कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, अब केंद्र की मोदी सरकार ने MPOX को लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी दे दी हैं. वहीं, कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने से भी एमपॉक्स का खतरा बढ़ जाता है। इस रिपोर्ट में जानिए इस दावे में कितनी सच्चाई है, साथ ही इस बीमारी के लक्षण, बचाव के तरीके और सरकारी एडवाइजरी में क्या कहा गया है.
14 अगस्त, 2024 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स बीमारी के मौजूदा प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में जारी अपनी एडवाइजरी में कहा है कि मंकीपॉक्स की शुरुआती स्थितियों को देखते हुए, WHO ने इस बात पर जोर डाला है कि मंकीपॉक्स से वायरस के मामलों की नैदानिक तस्वीर गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि यह दूसरी बार है जब MPOX को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी में कहा गया है कि दुनिया भर में वायरस फैलने का सबसे कौमन तरीका यौन संपर्क है। इसका मतलब यह है कि मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यानी अनसेफ यौन संबंध बनाने से इस वायरस का खतरा बढ़ जाता है। अमेरिका की स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी के मुताबिक, अगर आपको मंकीपॉक्स का कोई भी लक्षण दिख रहा है तो अपने पार्टनर से बात करें। अगर दोनों में से किसी में भी मंकीपॉक्स के लक्षण दिखें तो संबंध बनाने से बचना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यदि आपको या आपके साथी को मंकीपॉक्स है या आपको लगता है कि आपको इस वायरस का लक्षण है, तो खुद को सेफ रखने का सबसे अच्छा तरीका है किसी भी तरह से सेक्स करने से बचें, जिसमें किस या एक-दूसरे के शरीर को छूना भी शामिल है। अगर दोनों में से किसी को भी रैशेज की समस्या है तो उन्हें छूने से बचें। तौलिए, कपड़े और टूथब्रश आदि शेयर न करें। असुरक्षित शारीरिक संबंध भूलकर भी न बनाएं। ध्यान रखें कि कंडोम का इस्तेमाल मंकीपॉक्स संक्रमण को पूरी तरह से नहीं रोकता है।
मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों में शुरुआती दौर में कई लक्षण दिख सकते हैं। इनमें बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, खांसी, मांसपेशियों में दर्द, कंपकंपी जैसे लक्षण शामिल हैं। यह बीमारी किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फैलती है। आम तौर पर, संक्रमण के बाद रोग के लक्षण 2 से 4 सप्ताह तक बने रहते हैं। हालांकि, उचित इलाज मिलने से इससे जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है। मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को हाइड्रेटेड रहने, ठीक से खाने और पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी जाती है।