पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 से 5 सितंबर तक ब्रुनेई और सिंगापुर की यात्रा पर गए। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी पहले ब्रुनेई का दौरा करेंगे और इसके बाद वो सिंगापुर की यात्रा के लिए रवाना होंगे। सिंगापुर प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग और ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्किया ने पीएम मोदी को अपने देश आने […]
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 से 5 सितंबर तक ब्रुनेई और सिंगापुर की यात्रा पर गए। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी पहले ब्रुनेई का दौरा करेंगे और इसके बाद वो सिंगापुर की यात्रा के लिए रवाना होंगे। सिंगापुर प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग और ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्किया ने पीएम मोदी को अपने देश आने का निमंत्रण दिया था। पीएम मोदी की यात्रा से दोनों देशों के साथ भारत के रिश्ते में मजबूती आएगी।
पीएम मोदी 3 से 4 सितंबर को ब्रुनेई दारुस्सलाम का दौरा करेंगे। पीएम मोदी की ब्रुनेई यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। इसके बाद वह 4 से 5 सितंबर को सिंगापुर का दौरा करेंगे। नरेंद्र मोदी की यात्रा से इन दोनों देशों में रह रहे भारतीय मूल के लोगों में अलग ही उत्साह बना हुआ है। पीएम मोदी की यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ब्रुनेई में पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना को 40 साल पूरे हो रहे हैं।
बता दें कि भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंध 1984 को स्थापित हुए थे। पीएम मोदी के ब्रुनेई दौरे से कई क्षेत्रों में नये सिरे से सहयोग स्थापित होने की संभावना है। इसी क्रम में भारत ब्रुनेई के साथ सेमीकंडक्टर क्षेत्र में सहयोग बढ़ा सकता है। हाइड्रोकार्बन और प्राकृतिक गैस की क्षमता को बढ़ाने पर भी दोनों देशों के बीच वार्ता हो सकती है। ब्रूनेई में भारत ने हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में बड़ा निवेश किया है। पीएम मोदी ब्रुनेई के बाद सिंगापुर के दौरे के लिए रवाना होंगे। आपसी सहयोग से लेकर कई और मुद्दों पर पीएम मोदी सिंगापुर प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ वार्ता कर सकते हैं। दोनों देश आसियान के मुताबिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की भी समीक्षा कर सकते हैं।