पटना : बिहार पुलिस आजकल चूहों से परेशान चल रही है. राज्य के 18 जिलों के 100 से ज्यादा पुलिस स्टेशनों में चूहों ने कई अहम फाइलों को अपना भोजन बनाया है. पिछले दिनों जब थानों में केस फाइल इंडेक्स बनाने के लिए फाईलों को देखा गया तो इसका खुलासा हुआ है. साल 2013 के बाद से हुए हर मुकदमें की मॉनिटरिंग सीधे उच्च न्यायालय कर रही है. ऐसे में कई मामले में रिपोर्ट भी थाना स्तर से तलाश की जा रही है. इसमें फाइल नहीं मिलने और चूहों द्वारा कुतर दिए जाने की बात भी सामने आ रही है. इसमें फाइलों के नहीं मिलने और चूहों द्वारा कुतर दिये जाने की बात भी सामने आ रही है.
कई थानों में फाइल रखने की व्यवस्था नहीं
बिहार के आज भी कई ऐसे पुलिस थाने हैं, जहां पर पुरानी फाइलों को रखने की कोई उचित व्यवस्था नहीं बनाई गई है. बता दें कि भागलपुर जिले के कई थानों की स्थिति काफी जर्जर है. पुलिस लाइन में 200 से ज्यादा सिपाही तिरपाल टांग कर ड्यूटी कर रहे हैं. पूर्णिया DIG विकास कुमार ने कहा कि सीमांचल के कुछ थानों से भवनों की स्थिति सही नहीं रहने की वजह से फाइलों के चूहों के कुतरने और बारिश के पानी में खराब होने की जानकारी मिली है. इस मामले में दिशा-निर्देश दिया गया है.
इन जिलों के थाने में चूहों का आतंक
बता दें कि बांका, मुंगेर, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, भागलपुर, नवगछिया पुलिस जिला, बेगूसराय, खगड़िया, जमुई, लखीसराय, मधुबनी, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, दरभंगा और समस्तीपुर. भागलपुर प्रमंडल में बिहार पुलिस भवन निर्माण के कनीय अभियंता प्रिंस कुमार ने बताया है कि जिले के छह थानों का नया भवन के निर्माण कार्य चल रहे हैं। 4 जर्जर थानों के निर्माण के लिए बात चल रही है. गृह विभाग से आदेश मिलने का इंतजार है. भागलपुर के DIG विवेकानंद ने बताया कि SP के जरिए जर्जर थाने के भवन के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.