पटना : बिहार भाजपा ने एक पत्र शेयर कर क्लियर किया है कि खुद को भाजपा के नेता बताने वाले राकेश कुमार सिंह का भाजपा से कोई संबंध नहीं है. इस मामले में भाजपा प्रवक्ता दानिश इकबाल की तरफ से पत्र में स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि कुछ मीडिया खबरों के मुताबिक, बीजेपी का नेता होने का दावा करने वाले राकेश कुमार सिंह हमारे गठबंधन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में गलत अफवाहें और दुष्प्रचार कर सस्ती लोकप्रियता जुटाने की कोशिश में लगे हुए हैं. केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की संसदीय सदस्यता को चुनौती देने वाले राजधानी पटना के राकेश सिंह बीजेपी में नहीं हैं.
बीजेपी ने पत्र जारी कर किया खंडन
पत्र में भाजपा ने कहा, “कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा का नेता बताने वाले राकेश कुमार सिंह हमारे गठबंधन के सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP ) के राष्ट्रीय मुखिया और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान के संबंध में भ्रामक बातें और दुष्प्रचार कर सस्ती लोकप्रियता जुटाने में लगातार लगे हुए हैं. बीजेपी इन दावों का पूरी तरह से खंडन करती है. राकेश कुमार सिंह न तो भाजपा के सदस्य हैं और न ही किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से हमारी पार्टी से उनका कोई संबंध है। “
राकेश सिंह ने क्या कहा चिराग को लेकर
बता दें कि अभी हाल ही में राकेश सिंह ने चिराग पासवान को लेकर कहा था कि उन्होंने 2024 के आम चुनाव में दाखिल हलफनामे में अपनी संपत्ति के बारे में सच नहीं बताया हैं. इसमें उन्होंने केवल पटना में एसके पुरी के आवास का नाम अंकित किया है, जबकि उन्होंने अपने पैतृक गांव में 80 एकड़ जमीन का कहीं भी कोई जिक्र नहीं किया. चिराग के विरोध में मोर्चा खोलने वाले राकेश सिंह ने खुद को भाजपा का नेता बोला था. मालूम हो कि 2020 के विधानसभा चुनाव में राकेश सिंह चिराग पासवान की पार्टी के टिकट पर घोसी से चुनावी मैदान में थे लेकिन वह चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाएं।