पटना : आज (12 अगस्त) सावन का चौथा सोमवार है और रविवार (11 अगस्त) देर रात बिहार के जहानाबाद में बड़ा हादसा हो गया. मखदुमपुर के वाणावर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर के बाहर भगदड़ में आठ लोगों की मौत हो गयी. ये सभी लोग आज सोमवार को जल चढ़ाने आये थे. हालांकि प्रशासन ने […]
पटना : आज (12 अगस्त) सावन का चौथा सोमवार है और रविवार (11 अगस्त) देर रात बिहार के जहानाबाद में बड़ा हादसा हो गया. मखदुमपुर के वाणावर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर के बाहर भगदड़ में आठ लोगों की मौत हो गयी. ये सभी लोग आज सोमवार को जल चढ़ाने आये थे. हालांकि प्रशासन ने सात लोगों की मौत की पुष्टि की है, लेकिन जिस तरह से हादसा हुआ और श्रद्धालुओं के घायल होने की संख्या को देखते हुए यह संख्या और भी बढ़ सकती है. कई लोगों को इलाज के लिए स्थानीय मखदुमपुर अस्पताल और जहानाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया. दरअसल, सावन के महीने में बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में जल चढ़ाने के लिए काफी भीड़ होती है. सोमवार को भीड़ बढ़ जाती है. इसे देखते हुए रविवार रात से ही लोगों की भीड़ जल चढ़ाने के लिए पहुंचने लगी। आपको बता दें कि पहाड़ की चोटी पर एक मंदिर है और लोग उस पर चढ़कर यहां जल चढ़ाने जाते हैं।
इस पूरे मामले में एसडीओ विकास कुमार ने कहा कि वह कुछ देर बाद इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ बता पाएंगे. इस सवाल पर कि क्या सुरक्षा की कमी थी? इस पर उन्होंने कहा कि रविवार रात को ज्यादा भीड़ होती है. तीन सोमवार के बाद यह चौथा सोमवार था। इसे देखते हुए हम सतर्क थे. यह उसी तरह किया गया जैसे सिविल, मजिस्ट्रेट और मेडिकल टीमें तैनात की जाती हैं. यह एक दुखद घटना है. हम पहले आगे की प्रक्रिया कर रहे हैं.
घटना के संबंध में वहां मौजूद लोगों का कहना है कि भगदड़ के बाद श्रद्धालु गिर गये थे. घुटन महसूस हो रही थी. एक प्रत्यक्षदर्शी ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि लाठीचार्ज के कारण यह हादसा हुआ है. एनसीसी के लोग ड्यूटी कर रहे थे. बिहार पुलिस का कोई नहीं था. जल चढ़ाने आये एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि पहाड़ की चोटी पर पुलिस और लोगों के बीच बहस के बाद लाठियां चलीं और लोग भागने लगे. ये घटना उसी जगह पर हुई. लोग नीचे की ओर गिरते रहे.