पटना। 30 जुलाई का दिन कई सारे देशों में अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसका मकसद अपने दोस्तों को आभार व्यक्त करना और दोस्ती को सेलिब्रेट करना है। दोस्ती दुनिया का सबसे प्यारा और मजबूत रिश्ता है। दोस्ती एक ऐसा रिश्ता जिसे हम खुद बनाते हैं। जिंदगी में एक अच्छे दोस्त का होना एक मेंटल हेल्थ की थेरेपी की तरह होता है। आइए जानते हैं कैसे हुई थी इस दिन को मनाने की शुरुआत।
दोस्ती के महत्व को बताना
विभिन्न देशों में मित्रता दिवस अलग-अलग तारीखों पर मनाई जाती है। बोलीविया, स्पेन जैसे देशों में 30 जुलाई को फ्रेंडशिप डे मनाते हैं, तो वहीं भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका,मलेशिया,बाग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाते हैं। पराग्वे के डॉक्टर रामोन आर्टेमियो ब्राचो ने इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा था। 30 जुलाई 1958 को, पराग्वे में पहली बार अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाया गया। हालांकि संयुक्त राष्ट्र सभा ने साल 2011 में ऑफिशियली तरीके से अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाने का प्रस्ताव मंजूर किया था। संयुक्त राष्ट्र ने दोस्ती और उसके महत्व को बताने के उद्देश्य से इस दिन को बढ़ावा दिया था।
विविधता और एकता को अपनाना- थीम
साल 2024 में अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस को “विविधता को अपनाना, एकता को बढ़ावा देना” थीम के साथ मनाया जा रहा है। साल 2023 में इस दिन को “दोस्ती के माध्यम से मानवीय भावना को साझा करना” थीम के साथ सेलिब्रेट किया गया था। अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस से लोगों को मौका देता है जिंदगी में उपस्थित दोस्तों के बारे में सोचने- विचारने का। अगर आपकी जिंदगी में भी कोई ऐसा दोस्त है, जो हर सुख- दुख की घड़ी में आपके साथ खड़ा रहा है, तो आज के दिन उसे थैंक यू जरूर कहें। अच्छे दोस्त का साथ हो, तो जिंदगी में बड़ी से बड़ी चुनौतियों से निपटा जा सकता है।