पटना : बिहार के मधुबनी जिले के मधेपुर अंतर्गत भेजा थाना क्षेत्र के प्रबल पुर गांव के निवासी मोहम्मद अहसान की बारात धूमधाम से निकली। बता दें कि बारात घर से लंबी गाड़ी से निकली, लेकिन 1 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बाराती भी नाव पर सवार होकर दस किलोमीटर दूर सहरसा जिले के दरहरा ओपी थाना क्षेत्र के बड़हरा गांव में पहुंची।
घाट पर शादी देखने पहुंचे लोग
स्थानीय लोग इस अनोखी शादी को देखने के लिए कोसी घाट पर पहुंच गए। दूल्हे एहसान के पिता कलामुद्दीन ने बताया कि निकाह पहले से तय था लेकिन अचानक आई बाढ़ के कारण इस पर पानी फिर गया, इसलिए घर के लोगों ने काजी साहब द्वारा तय की गई तिथि को स्वीकार कर लिया और शादी के लिए घर से निकल पड़े। इस दौरान दूल्हे समेत बारातियों के लिए 3 नाव की व्यवस्था की गई थी, जिसका खर्च भी बारातियों ने ही उठाया। लड़के के पिता के मुताबिक बारात में 65 लोग शामिल थे. इसके अलावा सामान नाव से लाया गया था. इधर, दुल्हन सबीना के पिता मोहम्मद बशीर ने बारात के लिए हर संभव इंतजाम करने की कोशिश की थी, लेकिन कोसी की विनाशकारी बाढ़ ने इन सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
नाव पर होगी दुल्हन की विदाई
ऐसे में बारात घर पहुंच गई लेकिन खाने का कोई उचित इंतजाम नहीं हो सका. घर के चारों तरफ पानी फैला हुआ था, इसलिए यहां की स्थिति भी ठीक नहीं थी. ऐसे में निकाह भी नाव पर हुआ और बारात में आए लोगों को नाव पर ही कुछ खाने के पैकेट खिलाए गए. बारातियों की भूख मिटाने के लिए लड़की वालों की तरफ से कुछ खाने का इंतजाम भी किया गया था. नवदंपति नाव से ही वापस लौटेंगे. इस शादी की हर तरफ चर्चा हो रही है, वहीं हर कोई एक दूसरे को इस निकाह की कहानी सुना रहा है.