पटना। बिहार की राजधानी पटना में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले सप्ताह डेंगू से पीड़ितों की संख्या 100 से कम रही है। स्वास्थ्य विभाग और जिला सक्रमांक रोग नियंत्रण कार्यालय के पदाधिकारियों की माने तो छठ के बाद डेंगू के मामेल में कमी आ सकती है।
डेंगू के मामलों में कमी
छठ के दौरान की गई साफ-सफाई और तापमान में आई गिरावट से डेंगू के मामले में कमी आई है। दूसरी ओर अब जब मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। उनकी स्थिति पहले के मुकाबले ज्यादा खराब है। सरकारी आकड़ों की बात करें तो पटना अस्पतालों में फिलहाल 40 मरीज भर्ती है। इनमें से 13 सरकारी वहीं 27 निजी अस्पतालों पारस, रूबन और मेदांता, मेडिवर्सल जैसे कई अस्पतालों में भर्ती है। भर्ती मरीजों में आधे से ज्यादा आईसीयू में है।
कई तरह की समस्याएं
मरीज तेज बुखार के साथ लीवर में सूजन, फेफड़े में पानी, सांस लेने में दिक्कत, उल्टी और दस्त जैसी शिकायत के साथ प्लेटलेट्स कम होने की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। पारस अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर प्रकास सिन्हा, एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के हेड डॉक्टर अजय कुमार सिन्हा, पीएमसीएच के डॉ.मनोज कुमार चौधरी के मुताबिक अपने से दवा खाना, डेंगू को हल्के में लेना, इलाज में लापरवाही बरतना और देरी के कारण डेंगू पीड़ितों की स्थिति गंभीर हो रही है।
चिकनगुनिया के 252 मरीज
पटना में डेंगू के 75 मरीज बुधवार को सामने आए हैं। अब डेंगू पीड़ितों की संख्या 3954 हो गई है। बुधवार को कंकड़बाग में 16, पटना सिटी में 5, बांकीपुर में 14, एनसीसी में 8, आजीमाबाद में 6, पाटलिपुत्र में 13 मरीज सामने आए है। 3 पीड़ित मरीजों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। वहीं प्रखंडो और ग्रामीण इलाकों से 10 पीड़ित मरीज मिले हैं। जिला संक्रमाक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुभाष चंद्र प्रसान का कहना है कि चिकनगुनिया के 8 नए पीड़ित सामने आए है। चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 252 हो गई है।