पटना: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस व्रत में भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। एक वर्ष में 24 एकादशियां होती हैं, जिनमें से प्रत्येक माह में शुक्ल और कृष्ण पक्ष के अनुसार […]
पटना: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस व्रत में भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। एक वर्ष में 24 एकादशियां होती हैं, जिनमें से प्रत्येक माह में शुक्ल और कृष्ण पक्ष के अनुसार दो-दो एकादशियां मनाई जाती हैं।
यहां आज हम इंदिरा एकादशी के बारे में बात कर रहे हैं। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी कहा जाता है। आइए जानते हैं एकादशी के दिन चौमुखी दीपक जलाने का महत्व।
इंदिरा एकादशी पर चौमुखी दीपक जलाने का महत्व
इंदिरा एकादशी के अवसर पर चौमुखी दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि यह दीपक चार दिशाओं- पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण का प्रतिनिधित्व करता है।
बता दें कि जब आप इस दीपक को जलाते हैं तो इसकी रोशनी सभी दिशाओं में फैल जाती है। इसे चारों वेदों का प्रतीक भी माना जाता है और भगवान विष्णु को चारों वेदों का स्वामी माना जाता है। इस प्रकार जब आप यह दीपक जलाते हैं तो आपको श्री हरि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
एकादशी तिथि 27 सितंबर को दोपहर 01:20 बजे शुरू हो चुकी है, जो आज शनिवार 28 सितंबर को दोपहर 02:49 बजे समाप्त होगी। इंदिरा एकादशी व्रत 28 सितंबर 2024 दिन शनिवार को रखा जाएगा.
इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। भक्त भगवान विष्णु को फूल, फल, मिठाई आदि चढ़ाते हैं। व्रत रखने वाले लोग पूरे दिन कुछ भी नहीं खाते-पीते हैं या केवल फल खाते हैं। दान का महत्व शास्त्रों में भी बताया गया है। यदि आप गरीबों को भोजन, वस्त्र आदि का दान करते हैं तो आपको कई गुना लाभ मिलता है। इंदिरा एकादशी का पारण अगले दिन द्वादशी तिथि को किया जाता है।