पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व राजद के नेता तेजस्वी यादव ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा पर राज्य में 2 घंटे के जुम्मा ब्रेक को खत्म करने के लिए जमकर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने उन्हें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चाइनीज वर्जन बताया है। अब इस मामले में बीजेपी की तरफ से भी करारा जवाब मिला है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस मामले में कहा कि इस प्रकार की टिप्पणी इंडिया अलायंस के नेताओं की ‘नस्लवादी मानसिकता’ को बताती है.
एक्स पर वीडियो पोस्ट कर तेजस्वी ने कहा
राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा, ‘सस्ती लोकप्रियता के लिए बीजेपी के लोग ये सब कर रहे हैं. उन्होंने (बीजेपी) मुस्लिमों को एक सॉफ्ट निशाना बनाया है. कभी वक्फ बोर्ड का बिल लाया जाता है. कभी NRC और CAA का बिल लाया जाता है. किसी ना किसी तरह से इन लोगों को, अल्पसंख्यकों को परेशान करना हैं. भाजपा वालों को याद होना चाहिए कि इंडिया की आजादी की लड़ाई में सभी लोगों का सहयोग रहा है. इसमें मुस्लिमों का भी सपोर्ट है. इस बात को दरकिनार नहीं किया जा सकता. इस देश में संविधान के मुताबिक सभी धर्म को समानता का हक है.’
योगी का चाइनीज वर्जन…
इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, ‘असम के सीएम सस्ती लोकप्रियता जुटाने में लगे हैं एवं “योगी का चाइनीज वर्जन” बनने की कोशिश में जानबुझकर मुस्लिमों को तंग करने वाले कार्य करते है. भाजपा के लोगों ने नफ़रत, ईर्ष्या फैलाने, मोदी-शाह का ध्यान आकृष्ट करने और समाज में धुर्वीकरण करने के लिए मुस्लिम भाइयों को सॉफ्ट टारगेट बनाया है. देश की आजादी में आरआरएस को छोड़कर सभी धर्मों के लोगों ने सहयोग दिया है. देश को आजादी दिलाने में हमारे मुस्लिम भाइयों ने कुर्बानियां दी है और हम लोग जब तक जिंदा हैं, तब तक कोई मां का लाल उनका बाल बिगाड़ नहीं सकता.’
सैम पित्रोदा जैसी मानसिकता…
मामले में बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का भी बयान सामने आया है। उन्होंने तेजस्वी यादव की टिप्पणियों की तुलना भारत ओवरसीज कांग्रेस के चीफ सैम पित्रोदा से की. पूनावाला ने इस दौरान कहा कि इंडिया अलायंस के लोग नस्लवादी सोच वाले हैं. पित्रोदा का असर तेजस्वी यादव की सोच में घुस गया है. तेजस्वी यादव असम के मुख्यमंत्री को “चाइनीज” कहते हैं, क्योंकि वह असम से आते हैं और पूर्वोत्तर से आते हैं! यह इंडिया गठबंधन की नस्लवादी सोच को दिखाता है और ऐसा महसूस होता है कि सैम पित्रोदा ने तेजस्वी के दिमाग पर कैप्चर कर लिया है. जब वह इस प्रकार की नस्लवादी बयान करते हैं. राहुल गांधी, गौरव गोगोई इसे “मुहब्बत की दुकान” के रूप में सपोर्ट करते हैं क्या. क्या वे इस प्रकार की असंवैधानिक, भारत जोड़ो विरोधी, नस्लवादी एंवम घृणित बयानों के लिए RJD के साथ रिश्ता खत्म कर देंगे?