पटना : भारत में तरह-तरह के सोच वाले लोग रहते हैं। किसी को ईश्वर के प्रति इतनी आस्था होती है कि वो यथासंभव कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं. ठीक ऐसा ही एक मामला सामने आया है। देश में गणेश चतुर्थी को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। इस दौरान लोग मूर्ति खरीदने में लगे है तो कहीं पूजा पंडाल बनाने की तैयारी की जा रही है। बिहार के गया में बप्पा की मूर्ति मुंबई से लाइ गई है। ख़ास बात है कि मुंबई से मूर्ति लाने के लिए भगवान गणेश के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन भी करवाया गया है। जिससे बप्पा को एक सिंगल पर्सनल सीट पर लाया गया।
स्लीपर क्लास, बोगी S-1, सीट नंबर-46 पर बैठकर आए बप्पा
गणेश चतुर्थी के अवसर पर 7 सितंबर को बप्पा की स्थापना की जायेगी। बता दें कि हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास के बोगी S-1 में और सीट नंबर-46 पर बैठकर गणपति बप्पा बिहार के गया पहुंचे हैं. स्थापना होने के बाद धूमधाम से इनकी पूजा की जायेगी। ऐसे में भारी संख्या में लोग बप्पा के दर्शन करने पूजा पंडाल में पहुंचेंगे। 12 सितंबर तक गणपति पूजा उत्सव मनाया जाएगा।
756 प्रकार के व्यंजनों का लगाया जाएगा भोग
बता दें कि देवोत्तम कुमार बप्पा की मूर्ति को मुंबई से लेकर गया पहुंचे है। शुक्रवार (30 अगस्त) को उन्होंने बताया कि वह पिछले 7 सालों से पावरगंज मोहल्ले में गणपति पूजा का आयोजन करते आ रहे हैं. उनके अंदर गणपति बप्पा के लिए इतनी श्रद्धा और आस्था है कि उन्होंने मुंबई पहुंचकर आकर्षक और मनमोहक प्रतिमा खरीद कर बिहार लेकर आ गए . 3 फीट की प्रतिमा को लाने के लिए उन्होंने अपने साथ गणपति बप्पा की भी ट्रेन टिकट लिया। रोचक बात यह है कि उन्होंने प्रतिमा की उम्र 8 साल लिखा और नाम में उन्होंने गणपति जी महाराज मेंशन किया था. देवोत्तम कुमार ने मौके पर कहा कि 8 सितंबर को 756 प्रकार के व्यंजनों का भोग बप्पा को लगाया जाएगा.