पटना : दही हांडी का त्योहार जन्माष्टमी के अगले दिन यानी कल मंगलवार को मनाया जाएगा। यह कार्यक्रम मुख्य रूप से गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार आज सोमवार 26 अगस्त को बड़े ही धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई जा रही है। ऐसे में दही हांडी उत्सव 27 अगस्त यानी कल मंगलवार को मनाया जाएगा. यहां जानिए दही हांडी से जुड़े चीजें।
द्वापर युग से जुड़ा है कथा
जन्माष्टमी के अगले दिन मनाया जाने वाला दही हांडी भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़ा त्योहार है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण बचपन में अपने दोस्तों के साथ माखन और मिश्री चुराते थे और अपने दोस्तों में बांटते थे। इसीलिए कान्हा को माखन चोर भी कहा जाता है। माखन चोरी होने के डर से गोपियां माखन की मटकी को ऊंचे स्थान पर लटकाने लगीं। बाद में इसे दही हांडी के रूप में मनाया जाने लगा।
इस तरह मनाया जाता है यह त्योहार
दही हांडी उत्सव के दिन मिट्टी से बने बर्तन में दही भरकर किसी ऊंचे स्थान पर लटका दिया जाता है। इसके बाद पुरुषों या महिलाओं का एक समूह, जिन्हें गोविंदा भी कहा जाता है, एक मानव पिरामिड बनाते हैं। गोविंदा इस मानव पिरामिड पर चढ़ते हैं और नारियल की मदद से मटकी तोड़ते हैं।
आज हैं जन्माष्टमी
इस साल जन्माष्टमी आज 26 अगस्त, सोमवार को मनाया जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने से सभी प्रकार के दुखों का नाश होता है और सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है।