पटना : बिहार की राजनीति अक्सर चर्चाओं में बने रहने के पीछे की वजह है नेताओं का दलबदल करना। ऐसे में आज राजद को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। पूर्व मंत्री श्याम रजक ने आज गुरुवार को राजद से इस्तीफा दे दिया. श्याम रजक ने अपना इस्तीफा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भेजा. श्याम रजक पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर थे. अपने इस्तीफे में श्याम रजक ने अपने दिल की बात लिखी. उन्होंने लिखा कि ‘मुझे शतरंज का शौक नहीं था इसलिए धोखा मिला. आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था’ .
चुनाव ने पहले इस्तीफा चिंताजनक
बता दें कि श्याम रजक को लालू यादव के करीबी नेता कहा जाता है। वहीं विधानसभा चुनाव से एक साल पहले श्याम रजक का इस्तीफा राजद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. श्याम रजक पहले ही राजद से अलग हो चुके हैं, वे पहले जदयू में थे. सीएम नीतीश ने उन्हें मंत्री भी बनाया था, लेकिन बाद में वह जेडीयू छोड़कर राजद में शामिल हो गये.
नीतीश की पार्टी ज्वाइन करने की शोर
वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में श्याम रजक को फुलवारी से राजद का टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बाद में श्याम रजक के विधान परिषद सदस्य बनने की उम्मीद थी, लेकिन लालू यादव ने राजद से मुन्नी रजक को विधान परिषद का सदस्य बना दिया. इसे श्याम रजक के लिए बड़ा झटका माना गया. अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि श्याम रजक एक बार फिर जेडीयू में शामिल हो सकते हैं.