Friday, October 18, 2024

Bihar News: नालंदा में दरोगा साहब अपने ही थाने में हुए गिफ्तार, जानें पूरा मामला

पटना : बिहार पुलिस ने एक मिसाल कायम की है। नालंदा जिले में एक आरोपी दरोगा को उसी थाने ने हिरासत में लिया है, जिस थाने में वो ड्यूटी पर तैनात था। बता दें कि पावापुरी थाने में कार्यरत दरोगा हरे राम सिंह को उनके ही थाने के सिपाही ने उन्हें हिरासत में लेकर न्यायिक जेल में भेज दिया। आरोपित दरोगा पर यह आरोप था कि उसने नशे में सरकारी काम में बाधा डालने की कोशिश की।

शराब पीने के मामले में गिरफ्तार

इस मामले के संबंध में कहा जाता है कि पावापुरी थाने में ड्यूटी पर तैनात दरोगा हरे राम सिंह को पावापुरी थाने ने सरकारी काम में अड़चन डालने और शराब पिने और मारपीट करने के आरोप में अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। मंगलवार को दरोगा के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के थाने में मामला दर्ज हुआ था। एक दिन पहले पावापुरी ओपी थाने के इंस्पेक्टर कारू रविदास सैनिक स्कूल रोड में गश्त कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने तीन शराबियों नानंद निवासी श्रवण रविदास, रंजीत महतो और राजेश कुमार को पकड़ लिया. तीनों को थाने लाया गया।

अपने सहयोगी पर शराबी को छुड़ाने का दबाव बनाता

गिरफ्तार शराबियों में श्रवण रविदास विम्स हॉस्पिटल के कैंटीन में काम करता था. इंस्पेक्टर हरे कृष्ण सिंह से उसकी जान-पहचान थी. आरोप है कि हरे कृष्ण सिंह अपने सहयोगी पर शराबियों को छुड़ाने का दबाव बना रहे थे. जब उन्हें रिहा नहीं किया गया तो अधिकारी ने उनके सहयोगी के साथ मारपीट की. इसके बाद सुरक्षा बलों की मदद से इंस्पेक्टर हरे कृष्ण सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. थाने में मामला दर्ज कराया गया. इंस्पेक्टर के साथ तीन अन्य शराबियों को जेल भेज दिया गया है.

मेडिकल जांच में शारब पीने की पुष्टि

इस घटना की जानकारी जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को दी गई तो उन्होंने मेडिकल जांच का आदेश दिया. मेडिकल जांच में इंस्पेक्टर हरे कृष्ण सिंह द्वारा शराब पीने की पुष्टि हुई. मामला दर्ज कर अनुसंधान करने के बाद वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर इंस्पेक्टर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. पावापुरी थाना प्रभारी नारद मुनि सिंह ने बताया कि वरीय पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर इंस्पेक्टर कारू रविदास ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है.

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