पटना। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के मौके पर सभी भारतीय ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा लेते हैं। देशभक्ति के गीत गाते है और मिठाइयां बांटते हैं। राष्ट्रपति ने कहा, ‘जब हम बच्चों को राष्ट्र और भारतीय होने के गौरव के बारे में बातें करते हुए सुनते हैं तो हमें स्वतंत्रता सेनानियों की भावनाओं की प्रतिध्वनि सुनाई देती है।’
स्वतंत्रता सैनानियों की सराहना की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि इतिहास की श्रृंखला की एक कड़ी होने का बोध हमारे अंदर विनम्रता का संचार पैदा करती है। यह बोध हमें उन दिनों की याद दिलाता है, जब हमारा देश अंग्रेजों के अधीन था। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्र भक्ति और वीरता से ओत-प्रोत देश प्रेमियों ने सर्वोच्च बलिदान दिए।’राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने विविध अभिव्यक्तियों को एकजुट किया है। सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और बाबासाहेब अंबेडकर और भगत सिंह जैसे अनेक महान जननायक सक्रिय थे। उन्होंने कहा, ‘आदिवासियों में तिलका मांझी, लक्ष्मण नायक,बिरसा मुंडा और फूलो-झानो जैसे कई स्वतंत्रता सैनानी थे, जिनके बलिदान की सराहना हो रही है।
जनजातीय गौरव दिवस का आरंभ
हमने बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना आरंभ किया। अगले साल उनकी 150वीं जयंती का उत्सव उनके सम्मान देने का अवसर होगा।’ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आगे कहा जिस तरह हम अपने परिवार के साथ त्योहार को सेलिब्रेट करते हैं। उसी तरह स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस को भी परिवार के साथ मनाते हैं, जिसमें परिवार के सदस्य देश की जनता हैं। उन्होंने कहा, सरकारी योजनाओं ने कमजोर वर्गों का उत्थान किया है। 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन दिया जा रहा है। साथ ही देश के लोगों को सरकारी सुविधाएं भी दी जा रही हैं।