Friday, October 18, 2024

Guru Purnima 2024: आज मनाई जाएगी गुरु पूर्णिमा, क्या करने से मिलता हैं गुरु का आशीर्वाद

पटना : गुरु पूर्णिमा का त्योहार हर वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल आषाढ़ पूर्णिमा की तिथि 20 जुलाई से शुरू होकर 21 जुलाई को समाप्त हो रही है. ऐसे में लोग गुरु पूर्णिमा आज रविवार को मना रहे हैं. तो ऐसे में आइए जानते हैं क्या है गुरु पूर्णिमा की शुभ मुहूर्त और स्नान-दान का समय।

पूर्णिमा व्रत कल रखा गया

हिंदू पंचांग के मुताबिक, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की तिथि 20 जुलाई को शाम 5 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 21 जुलाई को दोपहर तीन बजकर 46 मिनट तक रहेगी। जिस तिथि को सूर्योदय होता है, वही तिथि मान्य होती है. आषाढ़ पूर्णिमा तिथि 21 जुलाई को सूर्योदय 05:37 बजे होगा। ऐसे में गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई रविवार को मनाई जाएगी और आषाढ़ पूर्णिमा व्रत 20 जुलाई को रखा गया।

गुरु पूर्णिमा पर स्नान-दान

आषाढ़ पूर्णिमा का स्नान और दान गुरु पूर्णिमा के दिन ही किया जाएगा। अगर आप इस समय स्नान नहीं कर सकते हैं तो सूर्योदय के बाद भी कर सकते हैं। उसके बाद अपने मूलांक के अनुसार चंद्रमा से संबंधित चीजों का दान करें। हालांकि आषाढ़ पूर्णिमा व्रत एक दिन पहले यानी 20 जुलाई को रखा गया।

ये हैं शुभ मुहूर्त

गुरु पूर्णिमा के दिन का शुभ पूर्णिमा शुभ उत्सव या गुरु पूर्णिमा के दिन अभिजीत उत्सव दोपहर 12:00 बजे से 12:55 बजे तक है।

विजया मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 39 मिनट तक है।

अमृत काल शाम 06:15 बजे से 07:45 बजे तक है।

गुरु पूर्णिमा पर करें ये उपाय

  1. गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान और पूजा के बाद अपने गुरु को अपने घर आमंत्रित करें। उनका सम्मान करें और उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। फिर उन्हें खाने की चीजें और उपहार दें। गुरु पूर्णिमा के दिन ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में तरक्की मिलती हैं, क्योंकि गुरु की सेवा करने से कुंडली का गुरु दोष दूर होता है। ऐसा कहा जाता है कि गुरु की कृपा के बिना ज्ञान और मोक्ष दोनों की प्राप्ति नहीं हो सकती।
  2. गुरु पूर्णिमा के दिन किसी गरीब ब्राह्मण को पीली रोटी, हल्दी, गुड़, घी, मूंगफली आदि दान करें। इस तिथि पर देव गुरु बृहस्पति की पूजा करने से आपको सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
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