पटना : बिहार विधानसभा की 23 कमेटियों का ऐलान नए सिरे से किया गया है। ऐसे में सत्ता पक्ष नीतीश सरकार और विपक्ष महागठबंधन के नेताओं को कई अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस घोषणा में राजद, कांग्रेस, माले और सीपीआई को भी सभापति की जिम्मेदारी सौंपने की बात हुई है। जबकि जदयू और बीजेपी से भी सभापति नियुक्त किए गए हैं। इसके लिए बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने शनिवार को सभा की 23 कमेटियों की नए सिरे से घोषणा की है। ऐसे में RJD नेता तेजप्रताप यादव को कमेटी में सभापति नियुक्त किया गया हैं।
नंद किशोर यादव को मिली ये जिम्मेदारी
बता दें कि विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव खुद सदन में नियम, विशेषाधिकार एवं सामान्य प्रयोजन समिति के सभापति होंगे. वहीं लालू यादव की पार्टी राजद के दिग्गज नेता भाई वीरेंद्र को लोक लेखा समिति का सभापति नियुक्त किया गया. नई कमेटी में पूर्व मंत्री व राजद नेता तेज प्रताप यादव को गैर सरकारी संकल्प संबंधी कमेटी का सभापति नियुक्त किया गया है. पूर्व डिप्टी सीएम एवं बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद को प्राक्कलन कमेटी का सभापति नियुक्त किया गया है. सरकारी उपक्रम संबंधी समिति के सभापति के तौर पर हरिनारायण सिंह को चुना गया हैं।
इन्हें सौंपी गई ये जिम्मेदारी
रामवृक्ष सदा को पुस्तकालय समिति के समिति चुना गया हैं। राजकीय आश्वासन समिति के सभापति पूर्व मंत्री दामोदर रावत बनाये गये, वहीं प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति के सभापति अमरेंद्र कुमार पांडेय, जिला परिषद एवं पंचायती राज समिति के सभापति निरंजन कुमार मेहता, एससी-एसटी कल्याण समिति के सभापति डाॅ रामप्रीत पासवान, आवास समिति के सभापति अशोक कुमार चौधरी, याचिका समिति के सभापति अशोक कुमार सिंह, कांग्रेस के अजीत शर्मा को प्रत्यायुक्त कमेटी का सभापति बनाया गया है. निवेदन समिति के सभापति अवधेश सिंह, महिला एवं बाल विकास समिति की सभापति गायत्री देवी बनाई गई हैं.