पटना। मॉनसून का इंतजार अब खत्म हुआ(Bihar weather)। 20 जून को बिहार में मॉनसून के दाखिल होने के साथ ही बारिश शुरू हो जाएगी। जो लगातार एक सप्ताह तक जारी रह रहेगी। 19 जून से मॉनसून का रुख बंगाल से बिहार की ओर बदलने लगा है। सबसे ज्यादा झमाझम बारिश का असर 22 जून को बताया जा रहा है। बुधवार से मौसम करवट ले सकता है। बारिश के लक्षण दो दिनों से दिख रहे है। दिनों- प्रतिदिन आसमान में बादल का घनत्व बढ़ता जा रहा है। हालांकि मानसूनी वर्षा का आगमन 20 जून से जताया गया है, लेकिन मौसम कभी अपना रुख बदल सकता है।
22 जून को सबसे अधिक बारिश की संभावना
20 जून से पहले यानी 19 जून की रात को ही पूर्णिया के रास्ते मॉनसून का बिहार में आगमन हो गया। मॉनसून आने के बाद 4-5 दिनों तक सीमांचल क्षेत्र में जमकर बारिश होने के आसार जताए गए हैं। शुरुआती मॉनसून से बाढ़ आने की आशंका भी जताई गई है। दक्षिण-पश्चिमी मानसून की टर्फ लाइन बिहार और बंगाल के बीच है। किशनगंज और पूर्णिया के रास्ते मॉनसून का आगमन हुआ है। 20 जून से सीमांचल और आसपास के क्षेत्र में मॉनसून की बारिश शुरू हो जाएगी। मौसम वैज्ञानिकों द्वारा 22 जून को सबसे ज्यादा झमाझम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
पूर्वी बिहार में मौसम सुहाना रहने के संभावना
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर बिहार से लेकर दक्षिण बिहार तक टर्फ लाइन गुजर रही है। दूसरा असम के पास एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके कारण मौसम में बदलाव दिखाई दें रहे है। बुधवार को मौसम का बदलाव ज्यादा दिखाई दिया। टर्फ लाइन से कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर पूर्वी बिहार में आद्रता भरी पूरबा हवा तीन दिनों से चल रही है। इसके कारण यहां मौसम सुहाना रहने के आसार भी जताए गए है, तो वहीं दक्षिणी व पश्चिम बिहार में हीट वेव का दौर अभी जारी है। मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 70 प्रतिशत जिले हीट वेव की चपेट में है। सिर्फ पूर्वी और उत्तरी बिहार के सात -आठ जिले इससे बचे हुए है।