पटना। अभी तक लोग हीटवेव का सामना कर रहे थे लेकिन अब तो लोगों को चमकी बुखार(Chumki Bukhar) सामना भी करना पड़ेगा। राज्य में चमकी बुखार के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं।भीषण गर्मी के बीच चमकी मामले के ताजें मामले मोतिहारी जिला से सामने आए है। मोतिहारी में एक ढाई साल के बच्चे में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम यानी AES की पुष्टि हुई है।जिसके बाद मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच में चमकी बुखार के कुल आंकड़ें बढ़कर 24 हो गए है। हालांकि अब तक AES से इस साल किसी भी बच्चे की जान नहीं गई है। इसके बावजूद लोगों को
सचेत रहने की जरुरत है।सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को चमकी बुखार को लेकर अलर्ट पर रखा गया है।
चमकी बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
इस साल भी कुल 24 केस में आधे मामले मुजफ्फरपुर से आए हैं। बीते 5 दिन में 4 नए केस की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया। अब तक 24 केस सामने आए है।जिसमे लगभग 12 केस मुजफ्फरपुर के अलग- अलग इलाकों से आई है, जबकि अन्य 12 केस मोतिहारी, वैशाली, सीतमढ़ी, शिवहर, और गोपालगंज जिले से आए है। ताजा मामला मोतिहारी जिले का है, जिसमे एक ढाई साल के बच्चे में चमकी बुखार की पुष्टि हुई हैं।AES एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है और इसके रोक थाम को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा AES को लेकर जन जागरुकता के लिए पूर्व से डोर टू डोर विजिट किया जा रहा है। AES को लेकर पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल और एसकेएमसीएच के PICU वार्ड में विशेष इंतजाम किए गए है। जहां पर हर संभव इलाज के साथ परामर्श और इलाज की व्यवस्था की गई है।
पदाधिकारी का बयान
चमकी बुखार को लेकर नोडल पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने स्थानीय मीडिया को बताया कि गर्मी बढ़ने और उमस की वजह से चमकी बुखार के मामले में आगे बढ़ने की आशंका है।
इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। अब तक 24 केस आए है, जिसमें अच्छी बात यह रही कि किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है।जिला और राज्य स्तर पर लगातार मॉनिटरिंग हो रही है, साथ ही फीडबैक भी लिया जा रहा है।