पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उसके तीन बॉडीगार्ड की हत्याकांड (Bihar Crime) कर फरार आरोपी रणंजय ओंकार को एसटीएफ की टीम ने मुशहरी के दरधा से गिरफ्तार किया है। बता दें कि चार लोगों की हत्या के इस आरोपी पर तीन लाख रुपये का इनाम जारी किया गया था। बताया गया है कि ओंकार ने गोविन्द के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। वह मुशहरी में एक परिचित के यहां किराये पर रह रहा था।
वहीं बिहार एसटीएफ टीम को इसकी जानकारी मिली। जिसके बाद घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार, ओंकार पर मुजफ्फरपुर के कई थानों में हत्या और रंगदारी के मामले दर्ज हैं। आशुतोष शाही के गुरु रहे पूर्व मेयर समीर हत्याकांड में भी उसे आरोपी बनाया गया था।
कई शादी समारोह में भी दिखाई दिया ओंकार
बता दें कि पटना एसटीएफ की टीम ने बुधवार की देर रात छापेमारी कर उसे दबोचा (Bihar Crime)। हालांकि, अब आशुतोष शाही हत्याकांड में वकील समेत तीन आरोपी फरार चल रहे। बीते 21 जुलाई 2023 की रात लकड़ीढाही मोहल्ला में आशुतोष सहित चार की हत्या हुई थी। इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी मंटू शर्मा और गोविन्द को तमिलनाडु के रामेश्वरम से गिरफ्तार किया गया था।
वहीं पूर्व वार्ड पार्षद शेरू अहमद और विक्कु शुक्ला को शहर से गिरफ्तार किया गया था। हत्या को लेकर पटना के जानीपुर के शूटर उज्जवल पर सीआईडी ने चार्जशीट की तैयारी की है। अब 16 जून से पहले उसपर चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
जानें पूरा मामला
दरअसल, 21 जुलाई, 2023 की रात प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही अपने तीन निजी बॉडीगार्ड के साथ मुजफ्फरपुर के नगर थाना क्षेत्र में अपने वकील सैयद कासिम हुसैन से मिलने उनके घर गए थे। इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने वकील के घर में घुसकर आशुतोष शाही को गोली मार दी। इस गोलीबारी में आशुतोष शाही के बॉडीगार्ड भी मारे गए थे। जानकारी के अनुसार, बदमाशों ने 25 से 30 राउंड फायरिंग की थी।
इस हत्याकांड को मुजफ्फरपुर शहर के कल्याणी चौराहा स्थित बेशकीमती जमीन पर कब्जा के विवाद को लेकर अंजाम दिया गया था। बताया गया कि इस जमीन को आशुतोष शाही ने मुंहमांगी कीमत पर खरीदा था, जो कि अन्य सिंडिकेट को गवारा नहीं था। उस जमीन पर कई लोगों की नजर थी।