Saturday, July 27, 2024

Sawan 2024: इस वजह से और भी शुभ होगा शिवजी का प्रिय सावन का महीना, जानें क्यों है खास?

पटना। हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में सावन के महीने का बहुत महत्व है। सावन (Sawan 2024) का महीना बेहद पवित्र होता है और ये भगवान शिव (Lord Shiva) का प्रिय भी है। यही कारण है कि सावन का पूरा महीना आध्यात्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इन दिनों कई स्थानों पर सावन का मेला भी लगता है। सावन के महीने में शिवभक्त शिवजी के मंदिर (Shiv Mandir) और शिवालयों में जाकर जल चढ़ाते हैं। इस दौरान कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2024) शुरू होती है और ज्योतिर्लिंगों (Jyotirlinga) में भक्तों का अंबार लगा होता है। सभी भक्त अपने सामर्थ्यनुसार भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत, पूजा, अभिषेक, जलाभिषेक (Jalabhishek) और मंत्र जाप आदि करते हैं।

यूं तो सावन (Sawan 2024) का पूरा महीन अपने आप में बहुत ही अहमीयत रखता है। लेकिन इस साल सावन का महीना कई मायनों में बेहद खास है। दरअसल इस बार सावन के महीने की शुरुआत और समाप्ति दोनों सोमवार के दिन से ही हो रही है। सावन और सोमवार दोनों ही शिवजी को समर्पित हैं।

इस दिन से शुरू होगा सावन का महीना

पंचांग (Hindu Calendar 2024) के मुताबिक, सावन का महीना आषाढ़ (Ashadha 2024) माह खत्म होते ही शुरू हो जाता है। इस साल सावन के महीने की शुरुआत 22 जुलाई 2024 से हो रही है और 19 अगस्त 2024 को यह समाप्त होगा। वहीं सावन माह की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 21 जुलाई दोपहर 03: 47 मिनट से होगा और 22 जुलाई को दोपहर 01:11 पर प्रतिपदा तिथि समाप्त हो जाएगी। उदायतिथि के मुताबिक सावन का महीना 22 जुलाई से माना गया है।

सोमवार से शुरू, सोमवार को समापन

बात दें कि इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है और इसकी समाप्ति 19 अगस्त को होगी। इस बार 22 जुलाई और 19 अगस्त इन दोनों तिथियों को सोमवार का दिन रहेगा। सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा-उपासना (Shiv Puja) और व्रत के लिए समर्पित है। लेकिन सावन में सोमवार का महत्व कई गुना बढ़ जाता है, इसीलिए इसे सोमवारी (Sawan Somwari) भी कहा जाता है।

सावने के महीने में लोग सोमवारी व्रत करते हैं। लेकिन जो लोग सोमवारी व्रत करने में असमर्थ होते हैं वो सावन (Sawan 2024) के पहले और अंतिम सोमवार (Sawan Last Monday) को भी व्रत रख सकते हैं। साथ ही साथ इस बार सावन के महीने में पूरे 5 सोमवार पड़ेंगे। जिससे इसका महत्व और भी बढ़ जाएगा।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं की गई है। ऐसे में किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले इससे संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।)

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