पटना। बिहार(Bihar News) के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में निरीक्षण के दौरान गायब पाए जाने वाले करीब 27 हजार शिक्षकों के वेतन केवल 10 महीने के भीतर काटे गए है। एसीएस केके पाठक के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है।
शिक्षकों का वेतन काट की कार्रवाई
बिहार के सुर्खियों में रहने वाले एसीएस केके पाठक(Bihar News) के शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनने के बाद से शिक्षकों में खलबली मची हुई है। केके पाठक की सख्ती ने राज्यभर के सरकारी स्कूलों में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के वेतन में कटौती कर बड़ी कार्रवाई की है। अब तक 32,828 शिक्षकों के वेतन में कटौती की बात सामने आई है। पिछले 10 महीनों के अंदर पटना राज्य के करीब 27 हजार शिक्षकों का वेतन काटा गया है। वेतन में कटौती में सबसे ज्यादा संख्या 3884 दरभंगा जिले के शिक्षकों की है। दूसरे स्थान पर नालंदा है।जहां पर करीब 3 हजार शिक्षकों के वेतन में कटौती की गई है। सबसे कम 57 शिक्षकों के वेतन काटे गए है। शिक्षा विभाग के जिलों से मिले यह आंकड़े 16 मई के है।
नियमित रुप से किया स्कूलों का निरीक्षण
केके पाठक के आदेश के बाद पिछले साल सरकारी स्कूलों (Bihar News) में अचानक निरीक्षण का दौर शुरु हुआ है। निरीक्षण के बाद पाया गया कि शिक्षक स्कूलों में मौजूद ही नही थे। केके पाठक के अनुसार निरीक्षण में गायब पाए गए शिक्षक का एक दिन के लिए वेतन काट लिया जाएगा। स्कूलों में निरीक्षण के बाद पदाधिकारी इस रिपोर्ट को जिले को सौप देते है। 1 जुलाई 2023 के बाद से नियमित रुप से स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है।