पटना। भारत के व्यवसायी को अगवा कर नेपाल ले जाने और वहां से फिरौती मांगने वाले गिरोह का मुखिया राजन मांझी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। नेपाल के विराटनगर स्थित कंचनबारी से शुक्रवार को स्थानीय मोरंग व महोत्तरी पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही कर उसे गिरफ्तार किया।
डीएसपी रंजन कुमार ने बताया
मोरंग पुलिस प्रवक्ता डीएसपी रंजन कुमार दाहाल के अनुसार, गिरफ्तार राजन मांझी भारतीय व्यवसायी को अपहरण कर नेपाल में लाकर फिरौती मांगने के साथ ही अन्य आपराधिक घटना में शामिल होने की बात कही है। जिला पुलिस कार्यालय महोत्तरी में दर्ज आपराधिक रिकार्ड के अनुसार, गत दिसंबर में सीतामढ़ी जिले के सोनवर्षा बाजार के दो व्यवसाइयों को अपहरण कर राजन नेपाल लाया था। जिस मोबाइल से फिरौती मांगी गई थी, उसमें आवाज राजन की मिली थी।
डीएसपी दिलीप गिरी ने बताया
जिला पुलिस कार्यालय महोत्तरी के पुलिस प्रवक्ता डीएसपी दिलीप कुमार गिरी के अनुसार, 30 दिसंबर को सोनवर्षा बाजार के ईट भट्ठा व्यवसायी अभिषेक कुमार को अपहरण कर नेपाल लाया था। जिससे राजन के द्वारा 3 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। अंत में 10 दिन बाद 50 लाख भारतीय रुपये फिरौती ले सर्लाही जिले के संग्रामपुर स्थित नेपाल भारत सीमा नजदीक अपहरण मुक्त किया था। वहीं, सोनवर्षा के ही दवा व्यवसायी कामेश्वर राय को भी 2 दिसंबर को अपहरण कर नेपाल लाया गया था, जिसे 7 दिसंबर को 30 लाख रुपये की फिरौती लेकर महोत्तरी जिले के सम्सी से अपहरण मुक्त किया था। राजन पर विराटनगर में भी एक दर्जन अपहरण से लेकर अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने होटल से किया गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार भारतीय व्यवसायी व हाई प्रोफाइल घराने के लोगों को अपहरण कर नेपाल लाने की सूचना पर नेपाल की खुफिया एजेंसी केंद्रीय अनुसंधान ब्यूरो की एक टीम को अनुसंधान में लगाया गया था। फिरौती के लिए प्रयोग किए गए मोबाइल व काल रिकार्ड की जांच के बाद राजन मांझी के संलिप्त होने की बात सामने आई थी। पुलिस के अनुसार काफी खतरनाक अपराधियों की सूची में शामिल रहे राजन को विराटनगर में किसी भारतीय व्यवसायी के अपहरण की योजना बनाने की सूचना पर कंचनबारी के एक होटल से गिरफ्तार किया गया।