पटना। आज विधानसभा सत्र का दूसरा दिन है। वहीं स्पीकर पद के लिए नंदकिशोर यादव ने नामांकन दाखिल किया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बजट पेश किया। विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है।
विपक्ष कर रहे विरोध
बिहार विधानसभा का आज दूसरा दिन है। डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी अपना पहला बजट पेश कर रहें है। दूसरी ओर विपक्षी विधायक वेल में आकर हंगामा कर रहे हैं। इस साल के बजट में महिला सशक्तिकरण और शिक्षा पर फोकस रखा गया है। माले के विधायकों ने पोस्टर लेकर नारेबाजी की। और खराब कानून व्यवस्था के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। वहीं इन सबके बीच आज बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए विधायक नंदकिशोर यादव ने नामांकन दाखिल किया।
शोरगुल के बीच पेश हुआ बजट
बता दें, उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट वेल में आकर विपक्ष के नारेबाजी और शोरगुल के बीच पेश किया। मंगलवार को उन्होंने कहा कि बिहार ने स्थिर मूल्य पर 10.6 फीसदी का विकास दर हासिल किया है जो सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशो से अधिक है।
GDP में डेढ़ गुना इजाफा हुआ
राज्य का सकल घरेलू उत्पाद यानी की जीडीपी में डेढ़ गुना इजाफा हुआ है। वही बिहार की विकास दर 10 फीसदी के पार पहुंच गई है।
परिवहन और संचार का बजट
नीतीश सरकार ने परिवहन और संचार विभाग का बजट बढ़ाकर 46,729 करोड़ कर दिया है।
मातृ मृत्यु दर में 27 फीसदी की गिरावट
राज्य में मातृ मुत्यु दर में 27 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। जो बीते सालों में काफी ज्यादा थी।
4.4 लाख करोड़ रुपये का बजट
नीतीश सरकार ने 4.4 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। वित्त मंत्री सम्राट चोधरी के बजट भाषण में शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र के साथ महिला सशक्तिकरण पर खासतौर पर फोकस रहा है।
बिहार में सबसे तेजी से गरीबी घटी
बजट पेश करते हुए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा बिहार में गरीबी दर में 18.13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि पूरे देश की गरीबी दर केवल 9.89 प्रतिशत है।
बजट में पर्यटन क्षेत्र पर खास फोकस
बिहार के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि पर्यटन के लिए 10 करोड़ रुपये तक के निवेश पर 30 प्रतिशत तक की सब्सिडी, अधिकतम सीमा- 3 करोड़, 50 करोड़ और उससे अधिक के निवेश पर 25 फीसदी की। इसके साथ-साथ सब्सिडी प्रतिदिन 10 करोड़ से ऊपर अधिकतम 10 करोड़ का था, 25 करोड़ का प्रावधान किया गया.
बिहार के किसानों के लिए बड़ा ऐलान
बिहार के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए राज्य सरकार ने चतुर कृषि रोड़मैप तैयार किया। इसके जरीए 2028 तक कृषि एवं सावर्ती क्षेत्र में लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये का व्यय का उद्देश्य रखा गया है।