पटना। राजद सुप्रीमो लालू यादव के ऊपर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। आज ईडी की टीम राबड़ी आवास पहुंची। हालांकि थोड़ी देर बाद वहां से निकल भी गई। ईडी की टीम के जाने के बाद राजद के कई नेता राबड़ी आवास पहुंचे। जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम समन की कॉपी को रिसीव कराने के लिए गई थी। ED के तीन अफसर राबड़ी आवास पहुंचे थे। बता दें कि 9 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और हेमा को तलब किया गया है। इन सभी से लैंड फॉर जॉब मामले में पूछताछ किया जायेगा।
तेजस्वी से पूछे 60 सवाल
इससे पहले सोमवार को लालू प्रसाद यादव से 10 घंटे पूछताछ की गई। वहीं मंगलवार को पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी से 9 घंटे तक पूछताछ हुई। तेजस्वी यादव मंगलवार रात में ED दफ्तर से निकलने के बाद विक्ट्री साइन दिखाते नजर आये। इस दौरान समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि ईडी के 12 अफसरों की टीम ने तेजस्वी यादव से 60 सवाल किए। ये सवाल पहले से ही तैयार किये गए थे। पूछताछ के दौरान ED ने तेजस्वी से पूछा कि जिस कंपनी के आप मालिक है वो कैसे और कब बनी। जब आप नाबालिग थे तो फिर कंपनी बनाने का आईडिया आपको कहा से मिला।
क्या है लैंड फॉर जॉब मामला
नौकरी के बदले जमीन का घोटाला 14 साल पहले का है। केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई का कहना है कि लोगों को रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्सटीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था। जब इनका जमीन को लेकर सौदा हो गया तो उनकी नौकरी रेगुलर कर दी गयी। सीबीआई जांच के दौरान ये बात सामने आयी कि रेलवे में सब्सटीट्यूट भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं हुआ था। वहीं जिन परिवारों ने लालू यादव को अपनी जमीन दी उनके सदस्यों को जयपुर, हाजीपुर, जबलपुर, कोलकाता, मुंबई और जबलपुर में नियुक्त किया गया था। इसे लेकर सीबीआई का कहना है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे उन्होंने जमीन के बदले 7 अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी थी।