पटना। 22 जनवरी, सोमवार को 500 वर्षों की तपस्या खत्म हो गई और रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। वहीं प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज मंगलवार, 23 जनवरी से मंदिर में आम लोगों का दर्शन शुरू हो चुका है। कई राज्यों से रामभक्त अयोध्या पहुंचे हुए हैं और अपने आराध्य के दर्शन के लिए लंबी कतारों में लगाए हुए हैं। इधर राम मंदिर पर राजनीति भी खूब हो रही है। राजद सांसद मनोज झा ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा और RSS का कार्यक्रम
RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि राम तो अंतर्मन में हैं। राम अयोध्या में भी हैं, राम कश्मीर में भी हैं, राम बिहार में भी हैं, राम महाराष्ट्र में भी हैं। बापू के तो हर कर्म में, हर क्षण में राम थे। प्रधानमंत्री मोदी इतिहास के साक्ष्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कला के जादूगर हैं लेकिन ये कला चलती नहीं है।राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा न्यायिक प्रकिया से हुआ है लेकिन आपने तो इसे भाजपा और आरएसएस का कार्यक्रम बना दिया।
रामलला का मासूम चेहरा
प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने 84 सेकंड के शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की। इस दौरान उनके साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल समेत मंदिर के पुजारी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने मंत्रोच्चारण और पूरे विधि-विधान से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। 5 वर्षीय रामलला की छवि सभी को मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। उनकी आंखें मनमोहक, चेहरा मासूम है। रामलला के आभमंडल से सूर्य की भांति तेज दिखाई दे रहा। प्रभु की इस बाल छवि को देखकर रामभक्त भावुक नजर आये।