Friday, September 27, 2024

Bihar News: सरकारी छात्रावास में अचानक 30 छात्राएं हुई बीमार, 12 लड़कियां अस्पताल में भर्ती

पटना। बिहार के आरा में अम्बेडकर छात्रावास में पढ़ने वाली करीब 30 बच्चियां बुधवार को फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गई। जहां बीमार बच्चियों को गंभीर हालत में इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है।

भूख-हड़ताल में बैठी छात्राएं

जानकारी के मुताबिक, सभी बीमार छात्राएं मंगलवार रात को छात्रावास में बने कच्चे चावल और असंतुलित खाना खाने से बीमार हुई हैं। वहीं, इस घटना के बाद अम्बेडकर गर्ल्स हॉस्टल में पढ़ने वाली सभी छात्राएं भूख-हड़ताल पर बैठ गई हैं। उनका कहना है कि जब तक छात्रावास के अंदर सही खाना बनाने का प्रबंध नहीं किया जाएगा, तब तक हम लोग खाना नहीं खाएंगे।

जिला प्रशासन में मची खलबली

अम्बेडकर छात्रावास में ढाई दर्जन से ज्यादा छात्राओं के बीमार होने की खबर मिलते ही जिला प्रशासन में खलबली मच गई है। फूड प्वाइजनिंग की शिकार हुई कक्षा 8वी की छात्रा निशा कुमारी, कक्षा नौवी में पढ़ने वाली अनीशा कुमारी और कक्षा 7वीं की छात्रा विनती कुमारी का कहना है कि कल रात छात्रावास में जीविका दीदियों के द्वारा कच्चा चावल सभी छात्राओं को खिलाया गया है। जहां खाना खाने के बाद एक-एक कर सभी छात्राओं को उल्टी-दस्त, सिर में दर्द और चक्कर आने लगे। उसके बाद कई लड़कियों को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया है। जबकि कई लड़कियां अभी भी बीमार हैं, जो हॉस्टल में ही हैं।

असंतुलित खाना खाने के बिगड़ी तबीयत

पीड़ित बच्चियों ने बताया कि इस तरह का असंतुलित खाना कई दिनों से खिलाया जा रहा है। इसकी शिकायत हम लोगों ने स्कूल के प्रिंसिपल और जिला कल्याण पदाधिकारी से की दी थी। इसके बावजूद भी भोजन में कोई सुधार नहीं हुआ और नतीजा ये हुआ कि करीब 25 से 30 लड़कियां खाना खाने से बीमार हो गईं। छात्रावास की लड़कियां भूख हड़ताल में बैठी है उनका कहना है कि जब तक खाना सही ढंग से नहीं बनेगा, तब तक हम लोग हड़ताल पर रहेंगे। जबकि अम्बेडकर छात्रावास की शिक्षिका विजेता कुमारी ने बताया कि कल अंबेडकर छात्रावास में खाना बनाने वाला चूल्हा खराब हो गया था। इस वजह से चावल कच्चा रह गया था। उसी चावल को खाने से हॉस्टल में पढ़ने वाली बच्चियों की तबीयत खराब हो गई है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है।

पदाधिकारी ने साधी चुप्पी

वहीं, इस मामले को लेकर जिला कल्याण पदाधिकारी रामेश्वर राम से जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे पर बोलने से साफ मना कर दिया। इधर, बीमार बच्चियों का अस्पताल में इलाज कर रहे डॉ. कृपाशंकर चौबे ने कहा कि अस्पताल में जिन लड़कियों का इलाज चल रहा है, उनमें उल्टी-दस्त जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं जो फूड प्वाइजनिंग के लक्षण सम्भवतः माने जाते हैं। फिलहाल सभी छात्राओं का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

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