पटना। बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन सहरसा जिले के पंचगछिया गांव में स्थित अपने निवास पर पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मौत के बदले मौत होनी चाहिए सिर्फ मौत। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जिस तरह से कायराना हत्या की गई है मैं उसकी निंदा करता हूं।
हत्या के पीछे राजनीतिक कनेक्शन
आनंद मोहन ने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी एक शेर दिल इंसान थे। वो मर्द थे और मर्द की मौत पर मातम नहीं मनाया जाता। ये जो हरकत है वो कायरतापूर्ण हरकत है। जहां धोखे से एक शेर को शहीद कर दिया गया। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कोई भूमाफिया नहीं थे, कोई बिल्डर नहीं थे, उनकी कोई आपराधिक घटना में संलिप्तता नहीं थी वो शुद्ध रूप से मूलतः राजपूत समाज के बड़े नेता थे। पूर्व सांसद ने कहा कि ये भी सामने आ रहा है कि गुप्तचर एजेंसियां चाहे राज्य सरकार की हों या केंद्र सरकार की हों उनको ये जानकारियां थीं। गोगामेड़ी की हत्या के लिए एके 47 खरीदे गए थे। उनकी हत्या के लिए कुछ बड़े गैंग को सुपारी दी गई थी। ये सब जानकारी रहते हुए एक व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है। इसमें बहुत दूर की बातें हैं और कहीं न कहीं राजनीतिक कनेक्शन है।
आनंद मोहन ने की डिमांड
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने इस वारदात को किसी की शातिर दिमाग का उपज बताया है। उन्होंने कहा कि इस पर सिर्फ मातम नहीं मनाया जा सकता। हम सभी यही डिमांड कर रहे हैं कि मौत के बदले मौत हो। ये सरकार का दायित्व है जिस तरह से गुंडों ने धोखे से घर में घुस कर हत्या की है वो बहुत ही नपुंसकता कार्रवाई है। ऐसे में हम देखना चाहते हैं सरकार क्या कर रही है? आनंद मोहन ने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मौत एक शानदार मौत है। सीने पर गोली खा करके और किसी ने धोखे से मारा है, सीने पर मारा है, ये समाज के लिए मरा है और समाज इसे कभी नहीं भूलेगा।