पटना। राजधानी पटना में जेडीयू की तरफ से भीम संसद का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में आरजेडी सरकार पर निशाना साधा। अब इसे लेकर आरजेडी ने आपत्ति जताई है। सीएम के इस बयान पर आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि हर नेता को यही लगता है कि जब वह सत्ता में आया तब सब काम हुआ। नीतीश आज कल लालू-राबड़ी शासन काल पर सवाल उठाते रहते हैं। 1990 में जब लालू सीएम बने थे तो उन्होंने समाज को बदलने का काम किया था। 90 के दशक से पहले पिछड़ा, अति पिछड़ा और दलित वर्ग, सवर्ण जाति के लोगों को सलाम करता था। वो लोग चुनाव में वोट डालने नहीं जाते थे।
शिवानंद तिवारी ने गिनवाए लालू यादव के कार्य
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि लालू यादव के सीएम बनने के बाद दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा को ताकत मिली और उनका उत्थान हुआ। उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव ने पटना में दलित भवन बनवाया। इसके साथ ही डोम टोली पटना में बसाया। तब सवर्ण जातियों ने इसका विरोध किया था। लालू ने काफी काम किया था इसलिए नीतीश कुमार सीएम बने। नीतीश को और आगे बढ़ने का मौका मिला। नीतीश को बिहार में रोजगार पर ध्यान देना चाहिए। बिहार मजदूरों का सप्लायर हो गया है। बिहार से हर राज्य में मजदूर काम करने जाते हैं। नौकरी को लेकर जो प्रवास किया जा रहा है, इसके बारे में सोचने की जरुरत है।
नीतीश ने माना तेजस्वी का एजेंडा
इस दौरान आरजेडी नेता ने कहा कि 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार एनडीए में रहकर लड़े थे। महागठबंधन तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ा था। तेजस्वी यादव ने कहा था कि हम सरकार में आएंगे तो 10 लाख रोजगार दिया जाएगा। शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार में जब पिछले साल महागठबंधन सरकार बन गई तो तेजस्वी यादव अपने वादे को पूरा करने में जुट गए। तेजस्वी यादव के एजेंडे को नीतीश ने भी माना। नीतीश ने कहा कि मैं भी अलग से 10 लाख रोजगार दूंगा।
भीम संसद में क्या बोले नीतीश
बता दें कि रविवार को जेडीयू की भीम संसद कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश ने अपने संबोधन में 2005 से पहले के बिहार का जिक्र किया था। उन्होंने साल 2005 से पहले के बिहार की कानूनी व्यवस्था काे बारे में बताते हुए कहा कि हमने बहुत काम किया है। साल 2005 से पहले तक कोई शाम को घर से बाहर नहीं निकलता था। जब हम आए तो सब सही किया। अब देर रात भी लोग बिना डरे घूमते हैं।