Friday, November 8, 2024

Bihar Teacher Recruitment: शिक्षक बहाली को लेकर जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना

पटना। बीपीएससी की ओर से शिक्षक बहाली के लिए 1 लाख 70 हजार से अधिक पदों के लिए परीक्षा ली गई थी। इस बार परीक्षा में दूसरे राज्य के अभ्यर्थी भी शामिल हुए थे। वहीं अब इसका रिजल्ट आने के बाद खूब बवाल हो रहा है। इस शिक्षक भर्ती घोटाले के लिए कोई नीतीश सरकार पर आरोप लगा रहा है तो कहीं दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों के चयनित नामों पर भी बवाल छिड़ा है। बताया जा रहा है कि नीतीश सरकार ने शिक्षक बहाली में दूसरे 14 राज्यों के अभ्यर्थियों को नौकरी दे दिया है।

दूसरे राज्य के छात्रों को मिल गया मौका

इस दौरान केरल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, असम, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और प. बंगाल के अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। इसके रिजल्ट के अनुसार राज्य में 1 लाख 20 हजार 336 शिक्षक बने हैं। जिसमें से करीब 14 हजार यानी 12 प्रतिशत शिक्षक दूसरे राज्य के हैं। इस शिक्षक भर्ती परीक्षा में कुल उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में 88 प्रतिशत बिहार से हैं। बता दें कि कक्षा 9वीं से 12वीं तक के शिक्षक बनने के लिए एसटीईटी आवश्यक था, जिसका आयोजन सिर्फ बिहार में ही होता है। इसी के चलते 9वीं से 12वीं में दूसरे राज्यों के शिक्षकों का चयन नहीं हुआ। वहीं प्राथमिक शिक्षक के रूप में कुल 72000 अभ्यार्थियों का चयन हुआ, जिनमें 14000 अभ्यर्थी दूसरे राज्यों से हैं।

जीतन राम मांझी का प्रहार

वहीं इस मामले को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं। इस दौरान उन्होंने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि दुनिया को ज्ञान का प्रकाश देने वाले गया जिले में सरकार को बिहारी अभ्यर्थी ही नहीं मिले इसलिए यहां के बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक इम्पोर्ट करके लाए गए हैं। जीतन राम मांझी ने आगे लिखा कि आपसे अच्छे तो बडे़ भाई थे, जमीन लेकर ही सही पर नौकरी तो बिहारियों को दी, आप भी नौकरी यहीं के लोगों को बेच देतें।

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