पटना। बिहार के गोपालगंज जिले में सोमवार रात को हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन काफी सख्त हो गया है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने मेले पर तो रोक नहीं लगाई है लेकिन कुछ बड़े फैसले जरुर लिए हैं। यही नहीं ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए रूट चार्ट का सख्ती से पालन भी करने के लिए कहा गया है। बता दें कि कल मेले में हुई इस भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई थी। जिसे देखते हुए प्रशासन ने ये फैसले लिए हैं। इसे लेकर जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी और एसपी स्वर्ण प्रभात ने संयुक्त प्रेसवार्ता में जानकारी दी है।
इन फैसलों का करें पालन
पटना के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया था। फिलहाल अब सबकी हालत ठीक है। उन्होंने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूजा समितियों के साथ बैठक करके कुछ अहम फैसले लिए गए हैं। इन फैसलों के अनुसार गोपालगंज जिले में मेला खुला रहेगा, लोग दर्शन करने भी जा सकते हैं। मेले में डीजे बजने पर रोक लगाई गई थी। यह फैसला बरकरार रहेगा। हालांकि पूजा समितियां उद्घोषणा के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर सकती हैं। वहीं रेहड़ी-पटरी पर लगाने वाली दुकानों, खामचे जैसी छोटी दुकानों को पूजा पंडाल से बाहर रखा जाएगा।
जांच के लिए बनाई जा रही टीम
इन सब के अलावा लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। जिसके माध्यम से मेले में किसी बच्चे के खो जाने की स्थिति में तुरंत संपर्क किया जा सकता है। वहीं डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने यह भी बताया कि मेले में व्यवस्था बनाने के लिए तैनात किए गए सभी वॉलेंटियर को अपना बैज लगाकर रखना होगा। उन्होंने कहा कि शहर में रूट चार्ट का सख्ती से पालन किया जाएगा । ऐसा स्टेशन से आने वाले यात्रियों की व्यवस्था को देखते हुए किया गया है। मेले के दौरान भंडारे का खुली जगह पर आयोजन करने की अनुमति दी गई है। इतना ही नहींं सोमवार की रात हुए हादसे की जांच के लिए टीम बनाई जा रही है।
जिलाधिकारी ने बताए कारण
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरीने बताया कि सोमवार रात हुआ हादसा भीड़ ज्यादा होने के कारण हुआ था। उन्होंने कहा कि ढाई से तीन गुना अधिक भीड़ के कारण ये घटना हुई थी। वहीं स्टेशन से भी लोग आते गए। इस दौरान सेल्फी लेने या अन्य कारणों से लोग एक ही जगह पर मौजूद थे। ऐसे में भीड़ बढ़ गई और ये हादसा हुआ।