Saturday, November 9, 2024

Bihar : महुआ मोइत्रा पर लगे रिश्वतखोरी के मामले पर गिरिराज सिंह ने दी अपनी प्रतिक्रिया

पटना। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर के खिलाफ रिश्वतखोरी को लेकर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। बताया जा रहा है कि इसमें उन्होंने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाते हुए मामले की जांच कराने के लिए कहा है।

गिरिराज सिंह का निशिकांत को लेकर बयान

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के ऊपर लगे रिश्वतखोरी के आरोप को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र भेजा है। बताया जा रहा है कि इस पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी शुरु हो गई है। वहीं सोमवार को निशिकांत दुबे पर लगे आरोप को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। गिरिराज सिंह ने कहा कि निशिकांत दुबे एक सम्मानित सांसद हैं और वो तथ्यों के साथ खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे की संसद में विश्वसनीयता है। अगर उन्होंने पत्र लिखा है तो जरुर कोई बात होगी। उनकी विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठा सकते।

लोकतंत्र में सवाल पूछने अधिकार

दूसरी तरफ जेडीयू नेता नीरज कुमार का कहना है कि महुआ मोइत्रा ने जो सवाल पूछा है वह इस देश के अंदर में बुनियादी सवाल है। उन्होंने कहा कि अब लोकसभा और राज्यसभा में कौन क्या सवाल पूछेगा ये अधिकार भी क्या मोदी तंत्र में केवल मोदी सरकार के समर्थकों को ही है ? लोकतंत्र है और लोकतंत्र में किसी को भी सवाल पूछने का अधिकार है। उन्हें प्रमाण देना चाहिए। नीरज कुमार ने आगे कहा कि आप (बीजेपी) किसी के भी बारे में अनर्गल आरोप लगा देंगे? सीएजी की रिपोर्ट आई थी कि द्वारका एक्सप्रेस-वे में 200 करोड़ से ज्यादा की सड़क बनाई गई है। इस पर बीजेपी की खामोश है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार देखना है तो इस देश की राजनीति में नरेंद्र मोदी के शासनकाल में देख लीजिए।

क्या लिखा गया है पत्र में

वहीं बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाया है। इसके साथ ही निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के पत्र का हवाला देते हुए मामले की जांच करने की मांग की है। बता दें कि ओम बिरला को लिखे गए पत्र में बीजेपी सांसद ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर लोकसभा में सवाल पूछने के नाम पर घूस लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा कि ये सदन की अवमानना है इसलिए इसकी जल्द जांच करवाई जाए।

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