पटना। जाति आधारित गणना को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। इसे लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है।
सुशील मोदी ने विपक्ष पर उठाए सवाल
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी शनिवार को विपक्षी पार्टीयों पर तंज कसते नज़र आए। उन्होंने कहा कि जो लोग पूरे देश में जातीय सर्वे कराने की बात कर रहे हैं, वो लोग बताएं कि कांग्रेस , टीएमसी, झामुमो के शासन वाले राज्यों में जातीय सर्वे अब तक क्यों नहीं हुआ? क्या नीतीश कुमार जातीय सर्वे कराने के लिए ममता बनर्जी को राजी कर पाएंगे? सुशिल मोदी ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव करीब देख कर कांग्रेस जाति जनगणना कराने का वादा कर रही है, लेकिन उसे यह बताना चाहिए कि यह काम पिछले चार साल से क्यों नहीं कराया गया?
कर्नाटक की जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट जारी नहीं
यहीं नहीं सुशील मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धरमैया सरकार ने 2015 में 200 करोड़ रुपये खर्च कर जो जातीय सर्वे कराया था, उसकी रिपोर्ट जारी क्यों नहीं की गई है? उन्होंने कहा कि कर्नाटक के जनगणना की रिपोर्ट जारी कराने के लिए राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद को राहुल गांधी से बात करनी चाहिए। सुशील मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार एक साल से है लेकिन, वहां जाति आधारित सर्वे कराने की घोषणा क्यों नहीं हुई? क्या कांग्रेस को चुनाव करीब आने पर ही जाति जनगणना की याद आती है?
सुशील मोदी ने की केंद्र सरकार की तारीफ
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राजीव गांधी ने मंडल आयोग का विरोध किया था। आज विडंबना यह कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की पार्टियां मंडल और पिछड़ा विरोधी कांग्रेस की पालकी ढो रही हैं। वहीं सुशिल मोदी ने केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछड़े वर्ग के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने मात्र 9 साल में जो काम किए, वे काम केंद्र और राज्यों में 50 साल राज करने वाली कांग्रेस नहीं कर पाई। बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ऐलान किया कि छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस सरकार बनते ही हम जाति जनगणना करवाएंगे।