पटना। 12 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से CBI को पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू यादव पर केस चलाने की अनुमति मिल गई थी। दा लैंड फॉर जॉब मामले में यह नया केस है जिसमें तेजस्वी यादव भी शामिल हैं।
राउज एवेन्य कोर्ट ने लिया संज्ञान
नौकरी के बदले जमीन घोटाला के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट से लालू यादव ,राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 17 आरोपियों को समन जारी कर दिया गया है। वहीं 4 अक्टूबर को इन सभी लोगों को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया है। सीबीआई की ओर से दाखिल चार्जशीट पर राउज एवेन्य कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है। इस पूरे मामले को लेकर शुक्रवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नए केस में तेजस्वी यादव भी आरोपी
तेजस्वी यादव ने समन जारी होने पर सवालिया अंदाज में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कोई नई बात है? यह सब तो पुरानी बात है। यह सब तो चलता ही रहेगा। उन्होंने कहा कि यह न तो पहला है और न अंतिम है। यह बात आप लोग समझ लीजिए। इसमें कोई दम नहीं है। बताया जा रहा है कि दा लैंड फॉर जॉब मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट को राउज एवेन्यू कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। उनके खिलाफ भी केस चलाया जाएगा। इससे पहले इस केस में लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी बेटी सांसद मीसा भारती को जमानत दी गई थी। अब इसके नए मामले में लालू यादव और राबड़ी के साथ-साथ तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं CBI की ओर से 3 जुलाई को तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी।
रेलवे के तीन और अधिकारियों के खिलाफ केस
बता दें कि 12 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से CBI को पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू यादव पर केस चलाने की अनुमति मिल गई थी। वहीं CBI ने लालू यादव के अलावा भी रेलवे के तीन अधिकारियों के खिलाफ केस चलाने की अनुमति मांगी थी जो बाद में मिल गई थी। बता दें कि लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे। इस बीच उन पर आरोप है कि उन्होंने ने रेल मंत्री पद पर रहते हुए जमीन ट्रांसफर के बदले रेलवे में नौकरी दिलाई थी।