पटना। लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 17 अन्य पर समन जारी होने के मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपना बयान जारी किया है। उन्होंने इसे एक न्यायिक प्रक्रिया बताया है।
ये एक न्यायिक प्रक्रिया है- पूर्व उपमुख्यमंत्री
दा लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव और तेजस्वी यादव पर समन जारी होने को लेकर राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को ललन सिंह का नाम लेते हुए बयान जारी किया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने समन जारी होने को लेकर कहा कि ये न्यायिक प्रक्रिया है।
ललन सिंह और शरद यादव ने दिया था ज्ञापन
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ये लैंड फॉर जॉब स्कैम का मामला वही है जिसको सबसे पहले JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उजागर किया था। उन्होंने कहा कि 2009 में जब मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे उस समय ललन सिंह और शरद यादव इन लोगों ने तत्कालीन पीएम से मिलकर ज्ञापन दिया था कि लालू यादव रेल मंत्री रहते हुए इस-इस तरह के लोगों को रेलवे में नौकरी दे रहे हैं और उसके बदले में जमीन लिखवा रहे हैं। इसका CBI के पास पुख्ता प्रमाण भी है।
सुशील मोदी का बयान
बता दें कि शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर बयान जारी करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 1088 का एक आलीशान मकान है जिसकी कीमत 100-150 करोड़ है। सुशील मोदी ने सवाल किया कि तो इसके मालिक तेजस्वी यादव कैसे बन गए? यह वही मकान है और वही जमीन है जिन लोगों को नौकरी मिली थी, उन्हीं लोगों ने इसको लालू परिवार को लिखवा दिया था। जिसके बाद तेजस्वी यादव इसके मालिक बन गए। सुशील मोदी ने कहा कि ललन सिंह ने बहुत ही पुख्ता प्रमाण उपलब्ध कराए हैं। अब चार्जशीट पर कोर्ट क्या संज्ञान लेता है इसका थोड़ा इंतजार करना चाहिए।
जैसा करिएगा, वैसा भोगिएगा
इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्रीय रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने रेलवे में नौकरी देने के बदले गरीबों से जमीन लेने का काम किया था। जैसा करिएगा वैसा भोगिएगा। गरीबों की राजनीति करने वाले इन लोगों ने गरीबों का उत्पीड़न, शोषण किया, जमीन हड़पी। इन सभी रंगा सियारों को कोर्ट ने समन जारी किया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि अब गरीब पीड़ितों को न्याय मिलेगा।