पटना। सीतामढ़ी के श्री राधे कृष्ण गोयनका कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर बीते बुधवार को शामिल होने पहुंचे। यहां उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाया।
अपने बयान से पलटे शिक्षा मंत्री
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरितमानस को लेकर दिए गए अपने विवादित बयानों पर कोई भी टिप्पणी करने से बचते नज़र आ रहे हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही चंद्रशेखर ने हिंदी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है। यहीं नहीं जब तक यह रहेगा तब तक वह इसका विरोध करते रहेंगे। वहीं बुधवार को सीतामढ़ी पहुंचे शिक्षा मंत्री अपने दिए गए बयान से पलटते दिखाई दिए।
मेरी जीभ की कीमत दस करोड़- चंद्रशेखर
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर बुधवार को सीतामढ़ी में श्री राधे कृष्ण गोयनका कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम के शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने दिए गए विवादित बयान के बारे में सवाल पूछने पर कहा कि मैं कब भगवान के खिलाफ हो गया? मैं कब ईश्वर के खिलाफ हो गया? वकतव्य में देखिए कि कहीं भी मैं भगवान और ईश्वर के खिलाफ हूं? मुझे बता दीजिए मैं आपको चुनौती देता हूं। वहीं पत्रकार की ओर से साइनाइड को लेकर शिक्षा मंत्री से किए गए सवाल पर उन्होंने कहा- “आप मेरी बात समिझिए, मैं अगर कहीं भगवान और ईश्वर के खिलाफ बोला हूं तो आप विजुअल दिखा दीजिए। उन्होंने कहा कि आप जो बात कह रहे हैं अगर चंद्रशेखर ने कहा तो ये बड़ी आपत्ति है। अब तो मेरी जीभ की कीमत दस करोड़ हो गई।
शिक्षा मंत्री को दिखाया काला झंडा
बताया जा रहा है कि बुधवार को शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर जब सीतामढ़ी के श्री राधे कृष्ण गोयनका कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे तो इस दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पहले तो दर्जनों की संख्या में शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और बाद में काला झंडा भी दिखाया। इस मामले में पुलिस ने प्रिंस तिवारी समेत दो युवकों को हिरासत में लिया था। बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर कई बार रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। यहीं नहीं पोटेशियम साइनाइड को लेकर दिए गए उनके बयान पर JDU के साथ-साथ RJD के नेताओं ने भी चंद्रशेखर को नसीहत दी है कि उन्हें किसी भी धर्म को लेकर विशेष टिप्पणी करने से बचना चाहिए।