पटना। सोमवार को पप्पू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान उन्होंने शिक्षा मंत्री को कहा कि आप सर्वोच्च हैं। आपसे ऊपर केके पाठक नहीं हैं।
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को दी नसीहत
बिहार दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दिए बयानों पर विपक्षी दल लगातार हमलावर दिखाई दे रहा है। वहीं अब जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी सोमवार को अमित शाह पर खूब बरसते नज़र आए। उन्होंने बातचीत के दौरान बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को भी नसीहत दी है। पप्पू यादव ने कहा कि राम हो या कृष्ण, अल्लाह हो या ईश्वर, वाल्मीकि हो या संत रविदास, हर किसी की अपनी आस्था है। उन्होंने कहा कि इस तरीके से राजनैतिक व्यक्ति के द्वारा कभी रामायण पर तो कभी इस्लाम पर या कभी दलित विचारधारा पर उंगली उठाना राजनैतिक और सामाजिक रूप से सही नहीं है। यह आस्था की चीज है। मानो तो देव नहीं तो पत्थर, यह भावनाओं की बात है। उन्होंने कहा कि मैं आग्रह करूंगा कि राजनैतिक व्यक्ति को इस तरह के बयान से बचना चाहिए। अपना विचार रखना अलग बात है। पप्पू यादव ने शिक्षा मंत्री से कहा कि आप सर्वोच्च हैं। आपसे ऊपर केके पाठक नहीं हैं। यह लगातार मंत्री का अपमान है, सरकार का अपमान है।
न लालू यादव हस्तक्षेप करते हैं, न नीतीश कुमार सुनते हैं
जाप सुप्रीमो ने कहा कि हमारी पार्टी सभी धर्मों की आस्था के साथ खड़ी है। समाज को, जाति को ठेस पहुंचाने की इजाज़त हमारी पार्टी नहीं देती है। अमित शाह के आरोपों का जवाब देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ रहते किसी की नहीं चली है। नीतीश किसी की सुनने वाले नहीं हैं। आप गलफहमी में मत रहिएगा। न लालू यादव हस्तक्षेप करते हैं और न ही नीतीश कुमार सुनते हैं। पप्पू यादव ने अमित शाह की रैली को फ्लॉप बताया है।
वन नेशन वन एजुकेशन की बात करनी चाहिए
पप्पू यादव ने कहा कि सरकार को वन नेशन वन एजुकेशन की बात करनी चाहिए। अमित शाह आए लेकिन उन्होंने सहरसा और दरभंगा के एम्स की चर्चा नहीं की। उन्होंने बाढ़ से मुक्ति की बात नहीं की। न ही कोसी सीमांचल के विशेष दर्जे की बात की। उन्होंने मधुबनी की तीन चीनी मिलों के खुलने की बात नहीं की और न ही दरभंगा के पेपर मिल की बात की। पप्पू यादव ने आगे कहा कि अरे अमित जी मैं आपका पैर धोकर पिऊंगा। आप मधुबनी की तीनों चीनी मिलों, मधेपुर की दूध की फैक्ट्री, दरभंगा की पेपर मिल और सीमांचल और कोसी को बाढ़ से मुक्त कर दीजिए।