पटना। 14 सितंबर को हिंदी दिवस पर बिहार हिंदी ग्रंथ एकेडमी में संबोधित करने के दौरान शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को लेकर एक विवादित बयान दे दिया था। इस बयान को लेकर जेडीयू के प्रवक्ता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सीएम नीतीश की पार्टी ने किया किनारा
बिहार में एक के बाद एक विवादित बयान चर्चा में बने ही रहते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भले ही लालू यादव की पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई हो लेकिन RJD के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिेए गए बयान से नीतीश कुमार की पार्टी ने किनारा कर लिया है। बता दें कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बयान दिया था कि रामचारितमानस में पोटैशियम साइनाइड है और जब तक यह रहेगा तब तक वह इसका विरोध करते रहेंगे।
हर जाति और धर्म के लोगों को समान अधिकार
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान पर शुक्रवार को जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चाहे रामचरितमानस हो, गुरु ग्रंथ साहिब हो, कुरान शरीफ हो या बाइबिल हो सब आस्था का विषय है। उन्होंने कहा कि हमारा देश बाबा साहेब भीम राम अंबेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान से चलता है। जहां हर जाति और धर्म के लोगों को समान अधिकार है। कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म में आस्था रखकर काम कर सकता है। हम सबका सम्मान करते हैं।
ये पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन की विचारधारा नहीं
शिक्षा मंत्री पर नाराज़गी दिखाते जाहिर करते हुए अभिषेक झा ने आगे कहा कि जिनको धर्म ग्रंथ के अंदर पोटेशियम साइनाइड दिखता हो वो अपनीम। ये पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन की विचारधारा नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि हम सबका सम्मान करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोग मीडिया की टीआरपी पाने के लिए और सुर्खियों में बने रहने के लिए अपनी इस तरह की विचारधारा को थोपते हैं जो कहीं से भी उचित नहीं है।