पटना: बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की आज रिहाई हो सकती है. मिली जानकारी के अनुसार आनंद मोहन के समर्थकों ने उनके जेल से बाहर निकलते ही उनके स्वागत के लिए भारी जश्न और शक्ति प्रदर्शन की तैयारियां की हैं. आनंद मोहन की रिहाई के बाद एक रोड शो निकाला जाने वाला है, इस रोड शो में करीब 500 गाड़ियां शामिल होंगी.
बेटे की शादी के लिए जेल से बाहर
बता दें, आनंद मोहन जी. कृष्णैया की हत्या के केस में आरोपी हैं. अपने बड़े बेटे चेतन आनंद की शादी के लिए वो पैरोल पर जेल से बाहर आए थे. बुधवार को ही उनकी पैरोल की अवधी खत्म हो गई थी. इसके बाद उन्हें सहरसा जेल में पेश होना पड़ा था. आज गुरुवार 27 अप्रैल को आनंद मोहन की रिहाई हो सकती है. बताया जा रहा है कि गुरुवार को आनंद मोहन की रिहाई की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. इसके बाद दोपहर करीब डेढ़ बजे के बाद उनकी रिहाई की जा सकती है.
सक्रिय राजनीति में होंगे शामिल
कयास लगाए जा रहे हैं कि रिहाई के बाद आनंद मोहन सिंह सक्रिय राजनीति में एक बार फिर से शामिल हो सकते हैं. कोसी क्षेत्र और राजपूतों में आनंद मोहन की खास पैठ है, इसके मद्देनजर वो आगामी चुनाव में अपना चुनावी पत्ता खोल सकते हैं. आनंद मोहन की रिहाई के बाद होने वाला शक्ति प्रदर्शन भी आगामी चुनाव को देखते हुए राजनीति में उनका कद और बाहुबल साबित करने का जरिया हो सकता है. आनंद मोहन की ओर से अभी तक ऐसा कोई इशारा नहीं दिया गया है कि अगर वो सक्रिय राजनीति का हिस्सा होंगे तो किसके खेमे में दिखेंगे, लेकिन जहां तक संभव है वो महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं.
क्यों हैं आनंद मोहन चहेते?
आनंद मोहन का राजनीतिक सफर सवर्णों के नेता के रूप में शुरू हुई. एक वक्त ऐसा था जब उन्होंने लालू यादव का मुखालफत करके राजनीति में अपना कद बड़ा किए थे. हालांकि, आज राजनीतिक जरूरत वश या किसी और वजह से लालू यादव के पुत्र और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आनंद मोहन की रिहाई का खुलकर समर्थन कर रहे हैं. राजनीतिक जानकारों की मानें तो तेजस्वी यादव आनंद मोहन को अपने खेमे में कर राजपूत वोटरों को साधना चाहते हैं.