पटना: प्रशांत किशोर ने नीतीश तेजस्वी के विपक्ष जोड़ो अभियान पर तंज कसते हुए कहा है कि ये क्या प्रधानमंत्री बनाएंगे जिनका खुद ठिकाना नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार के लोग वोट देने वक्त बस चार बातों का ही ध्यान रखते हैं. उनको इससे मतलब नहीं कि उनका बेटा घर में बेरोजगार बैठा है.
क्या कहा पीके ने ?
प्रशांत किशोर ने कहा कि वोटिंग के दिन बिहार के लोगों को बस चार चीजें याद रहती हैं. पहला, जाति इसके बाद इससे जो लोग बच जाते हैं वो हिंदू-मुस्लमान के नाम पर वोट करते हैं या फिर पाकिस्तान के नाम पर वोटिंग करते हैं. उनको कहा जाता है कि सारे हिंदू एक हो जाओ पाकिस्तान को सबक सिखाना है. उन्हें वोटिंग के दिन मुस्लमान और पाकिस्तान याद आता है, जबकि घर में बड़ा बेटा पढ़ लिखकर बेरोजगार बैठा है.
नीतीश की यात्रा पर भी साधा निशाना
प्रशांत किशोर लगातार बिहार में जनसुराज यात्रा के दौरान नीतीश तेजस्वी की गठबंधन वाली सरकार पर निशाना साध रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ये लोग प्रधानमंत्री नहीं बनाने वाले हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी यादव के पिता सीएम ना होते तो उनमें इतनी भी काबिलियत नहीं है कि वो कोई नौकरी ले पाते.
इनका खुद कोई ठिकाना नहीं है
प्रशांत किशोर ने नीतीश-तेजस्वी की जोड़ी पर निशाना साधा है कि इनका और इनकी पार्टी का तो खुद कोई ठिकाना नहीं है, ऐसे में ये चुनाव क्या लड़ेंगे और किसी को प्रधानमंत्री क्या बनाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश का हाल 2024 के चुनाव में चंद्रबाबू नायडू जैसा होने वाला है. बता दें कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव कल पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और उत्तरप्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात की थी.