पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को सदन में बड़ा बयान देते हुए कहा कि ना मुझे सीएम बनना है, ना ही नीतीश जी को पीएम बनना है. हम लोग जहां हैं, वहां खुश हैं. जहां एक तरफ खबर उठ रही है कि तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनाया जाना है वहीं तेजस्वी का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के एनडीए छोड़कर महागठबंधन में आने के फैसले पर हम सब साथी उनके साथ मजबूती के साथ खड़े हैं.
बिहार के विकास में लगे हैं हम लोग
सोमवार को डिप्टी सीएम ने विधानसभा में पथ निर्माण विभाग के बजट पर अपनी बात रखी, साथ ही उन्होंने बिहार की राजनीति में हो रहे उठा-पटक पर भी अपनी बात रखी. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार भी सदन में मौजूद रहे. हालांकि, इन सब के बीच विपक्षी दल के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. बिहार की राजनीतिक घटनाक्रमों और अपने आप को सीएम बनाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि “ना मुझे सीएम बनना है और ना ही नीतीश जी को पीएम बनना है. हम जहां हैं वहीं खुश हैं. ” इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार के कंधों को मजबूत करते हुए कहा कि ” नीतीश जी ने जो फैसला लिया है, उसके साथ हम सभी लोग मजबूती के साथ खड़े हैं और बिहार के विकास में लगे हैं. “
ना लालू डरे थे, ना उनका बेटा डरेगा!
इसके बाद सदन में तेजस्वी यादव भारतीय जनता पार्टी पर दहाड़े. उन्होंने कहा कि हम सभी लोग विकास के साधक हैं. वहीं, ये लोग विकास के बाधक हैं. भाजपा ना तो लालू प्रसाद यादव डरे थे और ना ही उनका बेटा यानी कि मैं तेजस्वी यादव डरेगा.
क्या शांत होगा बिहार का तूफान
बता दें कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ऐसी कई खबरें सामने आई थीं, जिसके हवाले से यह कहा जा रहा था कि राजद द्वारा लगातार नीतीश कुमार पर तेजस्वी को सीएम बनाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ 2024 चुनाव को लेकर नीतीश कुमार पीएम कैंडिडेट के तौर पर प्रोजेक्ट किया जा रहा था. हालांकि आज सदन में तेजस्वी यादव ने जो बयानबाजी की है उससे बिहार की राजनीतिक गलियारों में उठा तूफान जरूर कुछ शांत होगा.