Thursday, September 19, 2024

सीबीआई/ ईडी के छापों पर तेजस्वी ने केंद्र को घेरा, कहा- 600 करोड़ नहीं ठेंगा मिला है!

पटना: केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा लगातार लालू परिवार पर शिकंजा कसा जा रहा है. बीते 10 मार्च को दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में तेजस्वी यादव के घर में छापेमारी की गई थी. जिस वक्त यह छापेमारी की जा रही थी, उस वक्त तेजस्वी यादव भी अपने घर में मौजूद थे. इसके अलावा इस दिन लालू यादव परिवार के कई सदस्यों के यहां इस छापेमारी की घटना को अंजाम दिया गया. जिनमें लालू यादव की बेटियों का घर और उनके समधी का ठिकाना भी शामिल है.

क्या बोले लालू के लाल

इस छापेमारी के बारे में आज तेजस्वी यादव खुलकर बोलते हुए सामने आए. तेजस्वी यादव साफ केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए नजर आए. सोमवार को बिहार विधानपरिषद में तेजस्वी यादव ने कहा ‘जिस दिन महागठबंधन 2.0 बना, उस दिन हमारे यहां छापा पड़ा. आखिर उन छापों का क्या हुआ, क्या मिला? छह साल से जांच चल रही है.’ तेजस्वी ने छापों को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी के घर से ठेंगा मिला है.

केंद्र से लड़ने का साहस है

इस दौरान तेजस्वी यादव गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए नजए आए. उन्होंने कहा कि इन सारी छापेमारियों के डायरेक्टर अमित शाह हैं, लेकिन अब उन्हें अपना स्क्रिप्ट राइटर चेंज कर देना चाहिए. इसके साथ ही केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र की यह रणनीति काम नहीं करने वाली है. मेरे पास उनसे लड़ने का साहस है.

बिहार में चढ़ा हुआ है सियासी पारा

बीते दिनों बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे और बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर ईडी और सीबीआई की रेड पड़ी थी. इसके साथ ही लालू यादव के समधी के घर भी सीबीआई की रेड पड़ी थी. इसके बाद से बिहार की राजनीति में भूचाल सा आ गया. लालू परिवार पर पड़े रेड को लेकर सरकार को खूब घेरा गया. इस मामले को लेकर कांग्रेस के साथ-साथ कई विपक्षी पार्टियों ने इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में जहां बीजेपी के नेताओं का कहना है कि तेजस्वी यादव की गिरफ्तारी की जाए, वहीं इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने बीजेपी पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने सीबीआई और ईडी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है.

एंट्री पर लगे रोक

इसी बीच खबर आ रही है कि सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान राजद की ओर से यह मांग की गई कि राज्य में सीबीआई और ईडी को राज्य में रोका जाए. उन्होंने कहा कि कोई ऐसा प्रवाधान बनाया जाए जिसके तहत सीबीआई और ईडी को राज्य में घुसने से पहले राज्य सरकार से अनुमति लेनी पड़े. उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई कानूनी प्रवाधान बनाया जाना चाहिए.

कांग्रेस और वाम दलों ने भी दिया साथ

सदन की कार्यवाही के दौरान विधायक भाई विरेंद्र ने मांग करते हुए कहा कि बंगाल समेट ऐसे कई राज्य हैं जिनमें इस तरह का प्रावधान है. बिहार में भी ऐसा कोई नियम होना चाहिए जिसके तहत किसी भी छापेमारी की घटना को अंजाम देने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों को राज्य सरकार से अनुमति लेनी चाहिए. सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में राजद का यह मांग दिखा. इस दौरान राजद का साथ देने के लिए कांग्रेस और वाम दल भी हाथों में तख्ती लिए दिखी.

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