पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की सीहो क्षेत्र की रहने वाली बबीता गुप्ता को उनके बेहतरीन काम के लिए अवार्ड दिया गया है. बबीता को यह सम्मान देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिया है. बता दें कि जीवीका दीदी के रूप में काम करने वाली बबीता ना सिर्फ पर्यावरण की बेहतरी में अपना योगदान देती है, बल्कि अपने इलाके में रोजगार भी प्रदान कराती हैं. बबीता यह अवार्ड लेकर अपने गांव लौट चुकी हैं. बबीता के अवार्ड पाने से स्थानीय लोगों में काफी खुशी है. साथ ही वो भी काफी खुश हैं.
क्या करती हैं बबीता
बबीता गुप्ता प्लास्टिक के कचरे से सजावट की सामग्री तैयार करती हैं. बबीता के इस कदम से आसपास की महिलाओं को रोजगार भी मिलता है. इसके साथ ही बबीता प्लास्टिक के बेहतर निष्पादन कर महिलाओं को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षण देती हैं. बबीता के इस कदम से महिलाओं को रोजगार तो मिलता ही है. इसके साथ ही प्लास्टिक कचरे का निष्पादन भी होता है.
श्रीजल सम्मान मिला
बबीता को जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा स्वच्छ श्रीजल सम्मान मिला है. सम्मान पाकर उन्होंने इसका श्रेय समिति के महिलाओं और अन्य लोगों को दिया. बबीता ने कहा कि प्लास्टिक जो की कभी खत्म नहीं होता उसका इस्तेमाल कर वो सजावट की समाग्री बनाती हैं. उन्होंने कहा कि वो अपने रोजगार से काफी खुश हैं. उनके काम की मांग आज हर बजार में है.
कई चीजें बनाती हैं
बता दें कि बबीता प्लास्टिक के कचरों से कई चिजें बनाती हैं, जिनमें ऊनी धागें, रंगों के माध्यम से सजावटी समान और कई अन्य समान बनाए जाते हैं. साथ ही बबीता बताती हैं कि वो एक्स रे के कतरनों से भी कई वस्तुओं का निर्माण करती हैं, जिसमें फूलदानी इत्यादी शामिल हैं. साथ ही प्लास्टिक की बोतलों से वो कृत्रिम फूल और बैग, पर्स, झोले, रंगबिरंगे गुलदस्ता इत्यादी का निर्माण करती हैं.