पटना : बिहार को अगर जानना है तो भूटान चले आइए. इससे दो फायदे होगें. पहला आपको भूटान देखने का मौका भी मिलेगा, दूसरा आपको वहां बिहारी व्यंजन का लुत्फ भी उठा सकेंगे. दरअसल, भूटान में पहली बार कला संस्कृति विभाग द्वारा बिहार दिवस मनाया जा रहा है. विभाग के अधिकारियों अनुसार पटना की तरह भूटान में भी बिहार दिवस पर मेले का आयोजन किया जाने वाला है. इस मेले में बिहार का कला, संस्कृति, धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों के अलावा बिहारी व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे.
22 और 23 मार्च को लगेगा मेला
भूटान राज्य सरकार की ओर से बिहार दिवस के आयोजन के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है. राज्य सरकार के कला संस्कृति विभाग द्वारा 22 और 23 मार्च को मेले का आयोजन किया जाने वाला है. इस मेले में बिहार और झारखंड के अलावा कई अन्य राज्यों के लोग पहुंचने वाले हैं. इस मेले में आने वाले लोग बिहारी व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे. भूटान के लोग छेने का पुआ, सेवई, सेव बुनिया, गाजर का हलुआ, अनरसा, लौंगलता, करुआमोड़ का पेड़ा, गाजर का हलवा, आलू की जलेबी, गुड़ का रसगुला, गुड़ की जलेबी, मक्के की रोटी-साग, लिट्टी-चोखा मखाना का खीर, रबड़ी, इमरीती के साथ सुधा के सभी प्रोडक्ट आदि का स्वाद भी चख सकेंगे.
गांधी मैदान की तर्ज पर होगा आयोजन
बता दें कि कला संस्कृति विभाग के द्वारा राज्य के कलाकारों और व्यंजन के कारिगरों को चयन करके भूटान के बिहार दिवस में भेजा जाएगा. इस मेले का आयोजन एक दम पटना के गांधी मैदान की तर्ज पर होने वाला है. इस मेले का कार्य भार शिक्षा विभाग और कला संस्कृति विभाग को दिया गया है. बता दें कि इस मेले के आयोजन के लिए शिक्षा विभाग और कला संस्कृति विभाग ने अपनी ओर से सारी तैयारियां शुरू कर दी है.