Saturday, November 9, 2024

बिहार: 6 करोड़ साल पुरानी शालिग्राम शिलाएं पहुंची बिहार, भक्तों की भीड़ ने किया भव्य स्वागत

पटना। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने की तैयारी जोरों से चल रही हैं। इसी क्रम में नेपाल से दो विशाल शालिग्राम शिलाएं लाई जा रही हैं। इन्हीं शिलाओं से प्रभु श्री राम एवं माता सीता की मूर्तियां बनेगी। दावा किया जा रहा हैं कि 40 टन से भी अधिक वजनी दोनों शिलाएं करीब छह करोड़ साल पुरानी हैं। इसे दो ट्रकों पर लादकर अयोध्या लाया जा रहा हैं।

काली गंडकी से निकलकर अयोध्या आ रही शिला

इन दोनों शिलाओं को 26 जनवरी नेपाल के पोखरा स्थित शालिग्रामी नदी यानी की काली गंडकी से निकाला गया है। वहां पूजा-अर्चना करने के बाद इसे ट्रक पर लादकर अयोध्या भेजा जा रहा हैं। दोनों शिलाओं में से एक का वजन 26 टन जबकि दूसरे का वजन 14 टन हैं। बता दें कि नेपाल की शालिग्रामी नदी भारत में प्रवेश करने पर नारायणी कहलाती हैं, जबकि सरकारी कागजों पर यह बूढ़ी गंडक के नाम से प्रसिद्ध हैं।

यात्रा में शामिल हैं नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री

बता दें कि शिलायात्रा में करीब 100 लोग चल रहे हैं। नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री कमलेंद्र निधि एवं जनकपुर के महंत के साथ राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल भी इस यात्रा में शामिल हैं। सोमवार को जब यह शिला बिहार पहुंची तो देखने वाला माहौल था। चारों तरफ लोगों का तांता लगा हुआ था। जय श्री राम के उद्घोष से दिशाएं गूंज रही थीं। जहां-जहां से शिलायत्रा निकली उसके चारो तरफ लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। मधुबनी, बेनीपट्टी, दरभंगा होते हुए यह यात्रा रात के 11:45 में मुजफ्फरपुर पहुंची। सड़कों पर 6–7 घंटों से लोग दर्शन करने के लिए खड़े थें। मंगलवार को गोपालगंज होते हुए यह यात्रा यूपी में प्रवेश कर जायेगी।

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